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Published: Mar 06, 2022 08:43 AM IST

Russia Ukraine Warजेलेंस्की की देशवासियों से अपील- रूस के खिलाफ मुकाबला जारी रखें, पुतिन लड़ाई हार चुके

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

नई दिल्ली.  जहाँ आज रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) का 11वां दिन शुरू हो गया है। वहीं तबाही के इन ग्यारह दिनों के हमले ने यूक्रेन (Ukraine) के कई शहरों को बर्बाद कर दिया है।  बर्बाद इतना कि लोग अब अपना देश छोड़ अन्य देशों में छुपने को मजबूर हो चले हैं।  लेकिन इतने के बाद भी यूक्रेन रूस के सामने झुकने को तैयार नहीं है।  देखा जाए तो अबयूक्रेन के कई शहर रूसी सेना के नियंत्रण से बाहर हैं।  

हालांकि वहीं इस युद्ध को लेकर अमेरिका और नाटो के कई दिग्गजों ने गहरी आशंका जताई है कि रुसी राष्ट्रपति पुतिन इस देश पर तब तक मिसाइलें बरसाते रहेंगे जब तक यूक्रेन के सभी शहर खुद को उनको सामने आत्मसमर्पण नहीं कर देते।  

इधर इन सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ फोन पर जरुरी बात की है।  हालांकि बातचीत के बारे में अभी भी कोई ज्यादा ब्योरा सामने नहीं आया है।  गौरतलब है कि बाइडेन जंग की शुरुआत से ही यूक्रेन की तरफ हैं।  इसके बाद भी उन्होंने यूक्रेन की मदद के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं।  साथ ही रूस पर अनेकों प्रतिबंध भी लगाए हैं। 

इसके साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर आम नागरिकों से अपील है कि वे रूस के खिलाफ मुकाबला जारी रखें।  जेलेंस्की ने अपने देश को संबोधित करते हुए कहा कि, “यूक्रेन की अगर एक मीटर जमीन को भी बचाना है।  ये जीवन में एक बार मिलने वाला है।  सभी शहरों में जहां भी दुश्मन नजर आए तो वहां पलटवार कीजिए। “

वहीं यूक्रेन की सरकार का दावा है कि रूस ने 10 दिनों के संघर्ष में अपने 10,000 सेना के जवानों को खो चूकाहै।  इसके अलावा यूक्रेन ने रूसी सेना के 79 फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर समेत 269 टैंक, 945 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 45 मल्टी रॉकेट लॉन्च सिस्टम को भी तबाह और बर्बाद कर दिया है।  यूक्रेन का कहना है कि रूस एक तरह से यह लड़ाई हार चुका है।  

इन सबके बीच यूक्रेन और रूस में फिलहाल वार्ता का दौर भी जारी है।  पता हो कि  दोनों देशों के बीच अभी तक 2 दौर की लम्बी बातचीत हो चुकी है।  लेकिन अब तीसरे चरण की बातचीत के लिए रूस और यूक्रेन एक बार फिर से कल चर्चा के लिए बैठक करेंगे।  हालांकि इससे पहले भी हुई बातचीत दोनों के बीच कोई भी नतीजा नहीं निकला था।  ऐसे में अब एक बार फिर से दोनों देश युद्ध के बीच फिर अपनी बात करेंगे।