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Published: Jun 19, 2020 04:14 PM IST

डेफर्ड एक्शन फोर चाइल्डहुडदक्षिण एशियाई लोगों ने डीएसीए पर न्यायालय के फैसले का किया स्वागत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वाशिंगटन. अमेरिका में दक्षिण एशियाई समूहों ने ‘डेफर्ड एक्शन फोर चाइल्डहुड’ (बाल अवस्था आव्रजन के लिए स्थगित कार्रवाई) (डीएसीए) कार्यक्रमको समाप्त होने से ‘‘अस्थायी तौर पर बचाने” के उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया है। डीएसीए कार्यक्रम बाल अवस्था में अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वाले लोगों को निर्वासित किए जाने पर रोक लगाता है। अमेरिका के न्यायालय ने बृहस्पतिवार को 6,50,000 युवा आव्रजकों के लिए न्यायिक सरंक्षण समाप्त करने के देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों को खारिज कर दिया।

इसे आने वाले राष्ट्रपति चुनाव अभियान के बीच ट्रंप के लिए झटका माना जा रहा है। ‘साउथ एशियन अमेरिकन्स लीडिंग टुगेदर’ ने इसे बड़ी जीत बताते हुए कहा कि यह अस्थायी है क्योंकि यह प्रशासन को कानूनी आधार पर कार्यक्रम को समाप्त करने का अब भी अवसर देता है। संगठन की कार्यकारी निदेशक लक्ष्मी श्रीधरन ने कहा, ‘‘यह सशर्त है, लेकिन आज की जीत ऐसे समय में स्वागत योग्य है जब काले लोगों के समुदाय के खिलाफ युद्ध कभी समाप्त नहीं होने वाला प्रतीत होता है।”

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2012 में डीएसीए कार्यक्रम बनाया था जो नाबालिगों के रूप में अमेरिका में प्रवेश करने वाले लोगों को निर्वासित करने से रोकता है। ‘नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन’ (एनएपीए) ने भी इस फैसले का स्वागत किया है एनएपीए के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने कहा कि पूरे अमेरिका में प्रवासी समुदाय इस फैसले का स्वागत कर रहा है और इसे ट्रम्प की चुनाव प्रचार मुहिम के लिए बड़ा धक्का माना जा रहा है।(एजेंसी)