विदेश

Published: Mar 26, 2021 09:27 AM IST

Pfizer Corona Vaccineअब जल्द ही छोटे बच्‍चों के लिए भी आएगी कोरोना वैक्सीन, फाइजर का ट्रायल शुरू

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वॉशिंगटन. एक बड़ी खबर के अनुसार अब अमेरिका (America) की दवा निर्माता कंपनी फाइजर (Pfizer) ने 12 साल से कम उम्र के बच्‍चों के लिए कोरोना टीके (Corona Vaccine) का परीक्षण भी शुरू कर दिया है। वहीं अब कंपनी को इस बात की भी उम्‍मीद है कि आगामी वर्ष 2022 के शुरुआती दिनों में ही बच्चों के लिए भी कोरोना वैक्‍सीन आ जाएगी। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु फाइजर समेत कई बड़ी कं‍पनियों के वयस्‍कों के लिए वैक्‍सीन पहले ही बाजार में आ चुकी है और इसे तेजी से लगाया भी जा रहा है।

क्या कहती है फाइजर :

इस पर जानकारी देते हुए फाइजर के प्रवक्‍ता ने कहा कि शुरुआती स्‍टेज के ट्रायल के लिए पहले वॉलंटियर्स को बीते बुधवार को पहला इंजेक्‍शन दे दिया गया है। फिलहाल अमेरिका में 16 साल या उससे ऊपर के लोगों को फाइजर का कोरोना वैक्सीन लग रहा है। अगर बीते बुधवार की बात करें तो अमेरिका में 6.6 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का वैक्सीन लग चुका है। आपको बता दें कि 6 माह तक के बच्‍चों में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए इसी तरह का ट्रायल, मॉडर्ना कंपनी ने भी बीते सप्ताह शुरू किया था।

Courtsey: Ghows Azzam

फिलहाल छोटे बच्‍चों के लिए कोरोना वैक्‍सीन को मंजूरी नहीं:

गौरतलब है कि जहाँ अमेरिका में केवल फाइजर की वैक्‍सीन को ही 16-17 साल तक के बच्‍चों में लगाई जा रही है। वहीं मॉडर्ना के कोरोना वायरस वैक्‍सीन को 18 साल या उससे ऊपर के लोगों में लगाने की मंजूरी फिलहाल दी गई है। वहीं अभी तक छोटे बच्‍चों के लिए किसी भी कोरोना वैक्‍सीन को कोई भी मंजूरी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फाइजर ने बच्‍चों में अपनी 2 बार दी जाने वाली वैक्‍सीन को 3 अलग-अलग तरह के डोज में देने की योजना बनायीं है।

कैसा चल रहा है ट्रायल:

फिलहाल इस फेज 1/2 ट्रायल में अभी कुल 144 बच्‍चे ही हिस्‍सा ले रहे हैं। इसके बाद कंपनी का इसके बाद के अन्य ट्रायल के चरण में 4500 बच्‍चों को टीका लगाने की योजना है। इस दौरान मॉडर्ना कंपनी बच्‍चों में इस टिके की सुरक्षा, टीके के सहने की क्षमता और इस वैक्‍सीन से पैदा हुई रोग जरुरी प्रतिरोधक क्षमता की जांच भी करेगी। वहीं कंपनी यह उम्‍मीद भी जता रही है कि वर्ष 2021 के पहले 6 महीने में ही इस ट्रायल फेज को पूरा कर लिया जाएगा।