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चांदूर बाजार. संजय गांधी निराधार योजना के तहत बेसहारों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि में निरुपयोगी राशी अब वापस ली गई. जिन लाभार्थियों के खातों में गत् 1 वर्ष से कोई व्यवहार नहीं हुए है. ऐसे बैंक खातों में से अनुदान राशि में वापस लेकर   राजस्व विभाग की तिजोरी में जमा की गई है. यह राशी 1 करोड 25 है. इस तरह कार्रवाई करने वाली चांदूर बाजार पहली तहसील बनी है. 

34 हजार खाताधारक

 सरकार की ओर से विविध योजनाओं के तहत जरुरमंदों को मासिक रुप से आर्थिक सहयोग राशि दी जाती है. संजय गांधी निराधार योजना भी इन्ही में से एक है. योजना में कुछ लाभार्थियों की मौत के कारण उनके हिस्से की राशि बैंक में जमा थी. तहसीलदार अभिजित जगताप ने यह राशी वापस लेने की कार्रवाई की. योजना के माध्मय से अलग अलग बैंक से पत्र व्यवहार कर कुछ ही दिनों में 1 करोड 25 लाख रुपए शासन की तिजोरी में जमा हुए है. 

प्रतिमाह 3 करोड़ का वितरण

तहसील में योजना के 34 हजार 608 लाभार्थी है. जिन्हे प्रति माह करोडों की राशि वितरित होती है. लेकिन अनेक लाभार्थी के खातों में गत 1 वर्ष से कोई व्यवहार न होने से ऐसे खातों की राशि वापस लेने की कार्रवाई तहसील कार्यालय की ओर से आरंभ की गई. तहसील में संजय गांधी, श्रावण बाल, इंदिरा गांधी आर्थिक सहायता, सजंय गांधी विधवा पेंशन योजना, जैसी निराधार योजनाओं के तहत  प्रतिमाह 3 से 3.5 करोड रुपए की राशि वितरित की जाती है. पहले लाभार्थियों को 600 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जाता था जो कि अब 1000 रुपए हो गया है. 2019 के पहले के जिन खातों में व्यवहार नहीं हुए उन खातों से यह राशी वापस ली गई है.