पांच जोन में अटकी 187 फाईलें, सहायक आयुक्तों की अनदेखी

    Loading

    अमरावती. महानगरपालिका में वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने में केवल 8 माह का समय शेष है. ऐसे में प्रत्येक सदस्य इस प्रयास में लगा हुआ है कि वह अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कार्य करें. लेकिन मनपा के आडिटर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासकीय मान्यता प्राप्त होने के बावजूद 5 जोन के सहायक आयुक्तों के पास कुल 187 फाईले धुल खा रही है. सहायक आयुक्त के टेबल पर यह फाइलें मंजूरी की प्रतीक्षा में है. 

    डेढ़ वर्ष से विकास कार्य प्रभावित 

    कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर कार्य लटके हुए है. पिछले डेढ़ वर्षो में आपदा प्रबंधन की पाबंदियों के चलते कार्यालयीन कामकाज प्रभावित हुआ है. लेकिन स्थिति सामान्य होने के बावजूद प्रशासन उदासीन बना हुआ है. सहायक आयुक्तों द्वारा मंजूर लिए जाने के बाद ही वर्क आर्डर प्रक्रिया शुरु की जाती है. लेकिन बडनेरा, रामपुरी कैम्प, भाजी बाजार, हमालपुरा, राजापेठ जोन के सहायक आयुक्त अपने सुविधानुसार काम कर रहे है. जिस कारण प्रलंबित कार्यों की सूची लंबी हो रही है.

    करोडों के काम लटके

    आडिट विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार प्रलंबित 187 फाईलों से जुडे कार्यों की लागत  7 लाख से लेकर 90 लाख तक बताई गई है. इन कार्यों को पूरा किए जाने के लिए मनपा को मिलने वाली विकास निधि का प्रावधान है. अधिकतर काम सडक निर्माण, नाली निर्माण से जुडे है. कुछ दिनों पहले कम खर्च से होनेवाली 300 से अधिक कार्यों की निविदा प्रक्रिया मनपा निर्माणकार्य विभाग की ओर से की गई थी. लेकिन प्रमुख कार्यों को लेकर कोई पहल अब तक नहीं हो पाई है.

    भाजी बाजार जोन पेंडंसी में अव्वल 

    प्रलंबित कार्यों की बात की जाए तो इसमें भाजी बाजार जोन सबसे आगे है. यहां कुल 43 प्रमुख कार्य मंजूरी की प्रतीक्षा में है. जबकि इसके बाद बडनेरा, हमालपुरा जोन का नंबर लगता है. सहायक आयुक्त फाईलों को मंजूर न किए जाने का एक ही कारण बताते है. सभी का कहना है कि निधि के अभाव के चलते यह फाईलें रोकी गई है.

    प्रशासन बना अडंगा 

    सहायक आयुक्त कार्यालयों में धुल खा रही विकास कार्यो की फाईलों को लेकर पार्षदों का कहना है कि प्रशासन जानबुझकर मंजूरी देने में देरी कर रहा है. जनता के बीच जनप्रतिनिधि को जवाब देना होता है. जबकि अधिकारी अपने कार्यालयों से बाहर तक नहीं निकलते.