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अमरावती. राज्य सरकार ने 25 अक्टूबर से व्यायामशालाओं और फिटनेस सेंटरों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है. शहर के जिम संचालकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के विभिन्न जिम और फिटनेस सेंटर के प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से कोरोना निवारक उपायों पर चर्चा कर एक मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित की. हालांकि, इन केंद्रों पर स्टीम बाथ, सौना, ज़ुम्बा और योग जैसी गतिविधियां बंद रहेंगी. 

हर घंटे करना होगा सैनिटाइज

बैठक में कहा गया कि व्यायाम शालाएं और फिटनेस सेंटर नागरिकों के कल्याण के लिए हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करने ध्यान रखा जाना चाहिए कि कोई वायरस न फैले. जिसके चलते हर घंटे परिसर कीटाणुरहित करना, सामाजिक दूरी, सैनिटाइजेशन और मास्क का उपयोग अनिवार्य, प्रशिक्षकों और कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से की जानी चाहिए आदि सुरक्षा उपाय करने होंगे.

सरकार ने किया अन्याय 

जिम संचालक सरकार के अन्याय का शिकार हुए है. जिम से पहले शराब दूकानें खोलने प्राथमिकता दी गई. सरकार ने कर्ज के कीश्तों से अगस्त तक सहुलियत दी, लेकिन उसके बाद बैंकें सख्ती से कीश्ते वसूल रही है. जब्ति पर काम आ गया है. जिम संचालकों को आर्थिक संकट में धकेलने के लिए जिम्मेदार कौन है, राज्य सरकार या केंद्र सरकार-सागर देशमुख, जिम संचालक

देर आए दुरुस्त आए

सरकार के इस फैसले का स्वागत है. लेकिन जिम खोलने का फैसला विलंब से लिया  गया है. कोरोना को मात देने के लिए इम्युनिटि फैक्टर महत्वपूर्ण है. ऐसे में इससे पहले जिम खोले जाते तो कई युवा कोरोना से पीडित नहीं होते. इतने महिनों से जिम बंद होने से जिम संचालकों को काफी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है. सरकार के दीशा निर्देशों का पालन कर सुचारु किया जाएगा.-नवीन जयस्वाल, संचालक, चैतन्य हेल्थ सेंटर

निर्णय का स्वागत

लॉकडाउन ने जिम बंद होने से आर्थिक संकट गहरा गया था. लंबे समय से जिम शुरू होने का इंतजार था. लेकिन अब सरकार ने निर्णय लिया है, जिससे अनेक जिम संचालकों को राहत मिलेगी.-अब्दुल शोएब, संचालक, पम्पिंग आयरन