- विशेषज्ञ व डाक्टर की टीम रख रही निगरानी
अमरावती. अमरावती जिले में कोरोना के साथ साथ म्यूकरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) ने दस्तक दे दी है. जिससे बाधित होकर मरीजों के आंकडे निरंतर सामने आ रहे है तो दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के लिए यह बडी चुनौती बनी हुयी है. अमरावती जिले में फिलहाल 30 मरीज ब्लैक फंगस के एक्टीव बताए गए है. जबकि 50 मरीज बाधिक होकर सुरक्षित घर लौट चुके है.
50 रोगी स्वस्थ्य हुए
इस बीमारी पर नियंत्रण रखने हेतु विशेष तज्ञ डॉक्टरों की टीम व्दारा निगरानी रखी जा रही है. विविध बीमारियों का यूं तो आना – जाना लगा रहता है, लेकिन पिछले डेढ वर्ष से ऐसे घातक वायरस और बीमारियों ने सभी को झिंझोडकर रख दिया है और जीवनशैली पर बुरा प्रभाव पडा है. कोरोना वायरस का कहर एक तरफ बढते जा रहा है तो दूसरी ओर म्यूकरमायकोसि (ब्लैक फंगस) के कदम अमरावती जिले में पडने से नयी मुसीबत आ खडी हुयी है.
जिले में ब्लैक फंगस के बाधित मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में फिर हडकंप मचा हुआ है. जिसके परिणाम काफी घातक देखे गए है. परंतु इस ब्लैक फंगस बीमारी से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत विशेष वार्ड स्थापित कर उपचार शुरू किया है. ब्लैक फंगस की निशानी को लेकर संबंधित डॉक्टर ने भी बचाव हेतु उपाययोजना करना शुरू कर दिया है.
नई गाइड लाइन शीघ्र
नाक, कान व गला के विशेषज्ञ मरीजों के उपचार हेतु नियुक्त किए गए है. इसके अलावा न्यूरो सर्जन व फिजिशियन डाक्टरों की टीम तैयार कर निरंतर उपचार कर रही है. कुछ मरीजों का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है. दवाई का स्टॉक उपलब्ध रहने से किसी तरह की बाधाएं नहीं है. मरीजों की संख्या में अगर बढोतरी होती है तो उसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग व्दारा पूर्व तैयारियां की गयी है.
ब्लैक फंगस से जिले में अबतक एक बाधित मरीज की मौत हुयी है. इस संदर्भ में जल्द ही नयी गाइड लाइन जारी की जाएगी. ताकि नागरिक ऐसे बीमारियों का खौफ रखने की बजाय उनका सामना करते हुए खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख पाए.