जलयुक्त शिवार पर फूंके 938 करोड़, संभाग की रिपोर्ट पर कैग का प्रश्नचिन्ह

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अमरावती. भारत के नियंत्रक व महालेखापरीक्षक (सीएजी) की हाल ही में जारी रिपोर्ट में फडणवीस सरकार की महत्वकांक्षी योजना जलयुक्त शिवार को विफल बताया है. जिसके चलते संभाग के जलयुक्त कामों पर फूंके गये 938 करोड़ पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है. हालांकि तत्कालीन सरकार ने 31, 05 टीएमसी जलसंचय तथा संभाग का 2 लाख 66 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित होने का दावा किया है. 

करोड़ों खर्च फिर भी जलकिल्लत 
विभागीय आयुक्तालय की रिपोर्ट पर ध्यान दिया जाये तो मात्र 3 वर्षों में संभाग में 66 हजार 598 काम मंजूर हुए जिसमें से 65,376 काम पूर्ण किये गये. प्रत्येक वर्ष में 200 से 300 करोड से अधिक निधि पानी की तरह बहाया गया. बावजूद इसके कैग ने रिपोर्ट में उजागर किया कि जिस तरह दावा किया गया था उसी तरह जलसंचय अथवा सिंचित क्षेत्र नहीं हुआ है. कैग की रिपोर्ट देखी जाये तो गांव का प्रारुप भी गलत बनाया गया है. अधिकांश गांवों में नियोजन की तुलना में कम जलसंचय पाया गया है. इतना ही नहीं तो भूजल स्तर पर बढने पर भी इस योजना का अधिक असर दिखाई नहीं दे रहा है. 

वर्ष 15-16,16-17 में सर्वाधिक खर्च 
केंद्र व राज्य में भाजपा की सत्ता स्थापन होते ही किसानों की चिंता को दूर करने तथा सिंचित क्षेत्र बढाकर सूखे की समस्या को निपटाने के लिए फडणवीस सरकार ने पूरानी योजनाओं को हटाकर जलयुक्त शिवार योजना आरंभ की. इस योजना में कुल 46 प्रकार के माध्यम से जलसंचय बढाने पर जोर दिया गया. जिसमें सिमेंट नाला बंधारा, नाला गहराईकरण, नदीनाले पुर्नजीवन का समावेश है.

प्रशासन समेत पदाधिकारी व अधिकारियों ने भी इस योजना में हरसंभव कार्य करने का प्रयास किया. विशेष बात यह है कि पांच वर्षों में से 15-16 और 16-17 में फडणवीस  सरकार ने जमकर पैसा खर्च किया. वर्ष 15-16 और 16-17 में 480 करोड़ रुपये एक वर्ष में खर्च करने का काम किया है. जबकि अंतिम वर्ष 17-18 और 18-19 में यह खर्च 200 करोड तक ही पहुंच गया. 

संभाग में संतोषजनक काम
कैग की रिपोर्ट से संभाग का कोई लेना देना नही है. वह रिपोर्ट भी संभाग को प्राप्त नहीं होती है. पांच जिलों में जलयुक्त शिवार के कामों पर नजर डाली जाये तो काम संतोषनजक है. जितनी निधि खर्च हुए उसकी भरपाई दो वर्षों में दिखाई देगी. शायद ही कैग की रिपोर्ट में संभाग के किसी जिले का नाम शामिल होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. -सुभाष नागरे, विभागीय कृषि सहसंचालक 

वर्ष निहाय किये गये काम व खर्च 

वर्ष मंजूर काम पूर्ण काम खर्च (करोड़) जलसंचय (टीएमसी) सिंचित क्षेत्र (हेक्टे.)

16-17 18707 18707 480.20 121051.08 104103.93

17-18 27845 27836 254. 05 89627.18 77079.37

18-19 20046 18833 204. 23 99894.28 85705.93

कुल       66,598        65376      938. 48 31,05,72,54 2,66,889.23