अमरावती. जानलेवा हमला प्रकरण में बाल्या सातनुरकर की 23 जुलाई को कोर्ट में गवाही थी, लेकिन कोर्ट में गवाही से पहले ही 9 आरोपियों ने सामूहिक रुप हमलाकर निर्मम हत्या किए जाने का तथ्य फ्रेजरपुरा पुलिस की जांच में सामने आया है.
पुलिस ने 8 आरोपी अनिकेत अनिल खिराडे (20, वृंदावन कालोनी), मंगेश उर्फ मोहन बाबाराव पावडे (29), गौरव नंदकिशोर गवली (28), ब्रीजेश उर्फ विजय मुलचंद गुप्ता(29), विशाल विलास परचाके (28), पवन राजु कैथवास (20), अक्षय महादेव भुरखंडे925) तथा रुपेश विजय टांगले (25) (सभी निवासी महादेवखोरी) को हिरासत में लिया है. जिन्हें 26 जुलाई तक पुलिस कस्टड़ी में लिया है. वहीं दद्दा उर्फ ऋतिक तायडे फरार है.
मृतक पर भी है मामला दर्ज
मृतक बाल्या उर्फ प्रणय सातनुरकर ने वर्ष 2017 में किसी पर जानलेवा हमला किया था. इस प्रकरण को पीछे लेने के लिए बाल्या सातनुरकर से आरोपी गौरव गवली व ब्रीजेश गुप्ता पैसे मांग रहे थे, इसी पैसों को लेकर वर्ष 2020 में बाल्या सातनुरकर पर चाकु से हमला किया गया था. जिसमें गौरव गवली व ब्रीजेश गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी का लिया बदला
इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से निहत्थे बाल्या सातनुरकर पर चाकु से पेट, सीने, गाल, गर्दन पर सपासप वारकर निर्मम हत्या कर दी. वर्ष 2020 में बाल्या पर किए गए हमले में बाल्या सातनुरकर की 23 जुलाई कोर्ट में गवाही होने वाली थी, लेकिन कोर्ट में गवाही से पहले ही आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.