Birbal's slang CID investigation, victims are waiting

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अमरावती. लोगों को न्याय दिलाने के लिये तह तक जांच कर दोषियों को समाज के सामने बेनकाब करने के लिये पुलिस की भरोसेमंद सीआयडी जांच अमरावती जिले के कुछ महत्वपूर्ण प्रकरणों में बिरबल की खिचड़ी साबित हो रही है, जिससे जालसाजी के शिकार हुए नागरिक इस बात की प्रतीक्षा कर अब थक गए है, कि कब तहकीकात पूरी होगी और कब न्याय मिलेगा.

अमरावती के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआयडी) के पास आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दिए गए 3 बड़े मामलों की जांच हो रही है, जिसमें भाईचंद हीराचंद सहकारी पतसंस्था (बीएचआर) के द्वारा किए करोड़ों की जालसाजी की जांच सीआयडी कर रही है, जिसमें खोलापुरी गेट, राजापेठ तथा अंजनगांव सुर्जी में दर्ज हुए 10 करोड़ 65 लाख 65 हजार 464 से नागरिकों के साथ जालसाजी की गई थी. शिकार हुए नागरिक सीआयडी की जांच समाप्त होकर निष्कर्ष की प्रतीक्षा में बैठे है. 

करोड़ों की जालसाजी के है प्रकरण 
आर्थिक तथा फौजदारी ऐसे 16 अपराधों की जांच सीआईडी में शुरू है, जिसमें से 6 बड़े मामलों में पुलिस महासंचालक की सूचना के अनुसार जांच चल रही है. वलगांव के पूर्व सरपंच करीम हत्याकांड तथा शिरखेड़ हत्या प्रकरण की जांच सीआईडी के पास है. वहीं आर्थिक अपराध शाखा के 3 प्रकरण की जांच सीआयडी कर रही है. 

करीम हत्याकांड की भी जांच शुरू
वलगांव के पूर्व सरपंच करीम हत्याकांड पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया था. आरोपी की नार्को टेस्ट की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन आरोपी तैयार नहीं था, जिसके बाद प्रकरण की जांच सीआईडी की ओर देने की मांग परिजनों ने की थी. जिस पर सीआयडी को यह प्रकरण सौंपा गया. लॉकडाउन के कारण इस प्रकरण की जांच धीमी चल रही थी. इसी तरह शिरखेड़ में भी एक हत्याकांड की जांच सीआईडी के पास है. दोनों प्रकरणों में जांच ने रफ्तार पकड़ी है

इनके पास है सीआईडी प्रकरण की जांच 
अमरावती के अपराध अन्वेषण विभाग में एसपी भारत काकडे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक अनिल पवार, प्रियंका कोटावर समेत शहर के लिए 7  तथा ग्रामीण के लिए 6 पुलिस जमादार ड्यूटी पर तैनात है, इसके अलावा कार्यालयलीन कामकाज के लिए दो लिपिक, इसी प्रकार यवतमाल के डिवाइएसपी गिड़े, पुलिस निरीक्षक राहुल चौहान, सुरेंद्र राऊत, अकोला के डीवायएसपी दीघावकर, बुलढाणा के डीवाइएसपी पाटिल तथा वाशिम के डीवाइएसपी परमार है.