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अमरावती. किरणनगर स्थित सर्वज्ञ हेल्थकेयर फाउंडेशन नामक क्लिनिक खोलकर एम.डी. मेडिसन डाक्टर बनकर मरीजों की जान से साथ खिलवाड़ करने वाले बोगस डा.अविनाश वसंतराव डबले की फर्जी डिग्री समेत दवाई, सलाइन इन्जेक्शन, थर्मा मीटर, विजेटिग कार्ड समेत अन्य सामाग्री जब्त की है. फ्रेजरपुरा पुलिस ने सोमवार की सुबह किरणनगर स्थित दवाखाने की तलाशी में यह चीजे जब्त की है. 

सिर्फ 12वीं तक पढ़ाई
इस बोगस डाक्टर ने सिर्फ साइंस से 12वीं तक ही पढ़ाई की है, कम्प्यूटर पर किसी डाक्टर की डिग्री से कापी पेस्ट के जरीये उसने फर्जी डिग्री तैयार की. जिसे गोपनीय जगह रखा था. यवतमाल समेत अमरावती में अलग-अलग डाक्टरों के पास प्रैक्टिस करके खुद की पहचान बनाई, जिसे कंपाउंडर से डाक्टर बन गया. रुक्मिणीनगर रोड बेलपुरा मार्ग पर एक प्रसिद्ध डाक्टर के पास निवासी वैद्यकीय अधिकारी के रूप में सेवा भी दी. अपनी संस्था को धर्मदाय आयुक्त कार्यालय में पंजीयन कराया.

बीएचएमएस की शिक्षण वाले एक दंपति को अपने क्लिनिक में सहायक डाक्टर के रूप में कार्यरत किया था, जिनके माध्यम से 2 वर्षों से 500 से अधिक मरीजों का इलाज किया है. इस डाक्टर दंपति से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. दोनों की डिग्री भी जांच के लिए पुलिस ने मंगवाई है. 

लॉकडाउन में बांटे सर्टिफिकेट
बोगस डाक्टर ने अपने क्लिनिक में बड़ा सा बोर्ड लगाकर मेडिकल सर्टीफिकेट, सर्जिकल फिटनेस समेत अन्य सर्टिफिकेट देने का भी गोरखधंधा शुरू किया था, जिसके लिए अलग-अलग चार्ज वसूलता था, जिसमें मेडिकल सर्टीफिकेट 500, सर्जिकल फिटनेस 500, होम वीजिट 1,000 चार्ज लिये जाते थे.

कोरोना लॉकडाउन के समय बाहरगांव जाने के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन के साथ फिटनेस सर्टीफिकेट जोड़ना अनिवार्य किया था. इस दौरान उसने कई लोगों को दवाखाने से फिटनेस सर्टीफिकेट बांटने की जानकारी सामने आयी है. सीएस डा.शामसुंदर निकम व निगमायुक्त से अब तक पुलिस को पत्र नहीं मिला है. वहीं मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने अब तक क्लिनिक को सील नहीं किया है.