बेघरों के लिए बनी वरदान- 1,625 लाभार्थियों को मिला लाभ

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अमरावती. प्रधानमंत्री आवास योजना शहर के बेघरों के लिए वरदान साबित हो रही है. पक्के मकान का सपना देखने वालों का सपना पूर्ण होने से लाभार्थियों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. शहर में घटक क्रमांक 3 एवं 4 में 4 हजार से अधिक मकान बनाये जा रहे हैं. 1,625 मकान पूर्ण होने से लाभार्थी पक्के मकान को लेकर हर्ष जता रहे हैं. 

कोरोना से योजना को फटका

पीएम आवास योजना को गति देने के आदेश जारी होने से इस योजना का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा था. मार्च माह में लगे लॉकडाउन के चलते इस योजना को सर्वाधिक फटका लगा है. कोरोना काल में घरकुलों का काम स्टाप हो गया था. अभी भी रेत घाट की नीलामी नहीं होने से रेत की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके अधिकारी अवकाश के दिन भी कार्यालयों में बैठकर योजना का काम पूर्ण करने का प्रयास कर रहे है.

शहर की बात करें तो मनपा क्षेत्र के घटक क्रमांक 4 में 1625 मकान बनकर तैयार है. घर पर पीएम आवास की पाटी लगाकर लोग शान से रह रहे हैं. प्रशासन ने 2075 को कार्यारंभ आदेश जारी किये हैं. उल्लेखनीय है कि इस योजना में मनपा क्षेत्र में 6,524 मकान बनाए जाएंगे. 

घटक 3 में 497 का निर्माण कार्य अंतिम चरण में

मनपा क्षेत्र में घटक क्रमांक 3 में 860 मकान मंजूर है जिसमें से 497 का निर्माण कार्य शुरू किया गया है  जिसमें म्हसला में 96 और 60, बडनेरा में 105, निंभोरा में 44, बेनोडा में 64 और रहाटगांव में 42 मकान मंजूर हुए है जिनका निर्माण कार्य भी शुरू है. इसमें से 54 मकान मालिकों को लकी ड्रा पध्दती से फ्लैट भी दिया गया  जिससे कुछ परिवार किराए की बजाए स्वयं के परिवार में दीपावली मनाएंगे. उनके चेहरे पर खुशी छलक रही थी. इतना ही नही तो एक माह के भीतर दूसरी साइड शुरू कर तारखेडा, अकोली, गंभीरपुरा, रहाटगांव आदि में भी मकान बनाए जायेंगे. 

बारिश  की मुश्किल दूर

बारिश के दौरान कच्चे मकानों में होने वाली मुश्किल अब दूर हो चुकी है. मकान पर स्लैब रहने से अब पानी नहीं टपकता. 2.60 लाख रुपये चरणबध्द तरीके से मिलने के कारण नियोजनबध्द रुप से काम पूर्ण हो पाया. -कल्पना पाटमासे, न्यू विजय नगर

सरकार का आभारी 

पहले टीन और केवलू का घर था, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ने पक्का मकान दिलाया है.  सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. सरकार की इस स्कीम के कारण ही हिम्मत जुटा पाये हैं और अपने पास की कुछ रकम लगाकर पक्के मकान में रहने आये है. -संजय भुसारी, खोलापुरी गेट 

झुग्गी का बना पक्का मकान

कई वर्षों से झुग्गी में ही रह रहे थे. सरकार की इस स्कीम के कारण पक्का मकान बन पाया है. काफी अच्ची स्कीम है यदि अधिकारियों ने इसे और भी गति दी तो इसका अधिकाधिक लोगों को लाभ मिलेगा. अभी भी तीसरा धनादेश शेष है. -प्रभाकरराव सूर्यवंशी, मालीपुरा