अमरावती. कोरोना लॉकडाउन से घटा प्रदूषण दिवाली में फिर छा गया. इस वर्ष पटाखा बिक्री में काफी गिरावट दर्ज की गई, इसके बावजूद लोगों ने जबरदस्त आतीषबाजी के चलते शनिवार की रात शहर प्रदूषण की चादर में लिपटा रहा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी संजय पाटिल के अनुसार सामान्य तौर पर शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 80 रहता है. दीपावली पर निश्चित ही इसमें इजाफा हुआ है. 18 नवंबर को रिपोर्ट आने के बाद शहर के एक्यूआइ के बारे में बताया जा सकेगा.
आग की छिटपूट घटनाएं
सौभाग्य से दीपावली पर आग की कोई बड़ी घटना नहीं घटी. शहर में केवल 3 छिटपुट घटनाएं हुईं. बच्छराज प्लॉट स्थित अमीत मेटल में पटाखों से आग लगने से लगभग 500 रुपए के बारदानें जले गए. उसी प्रकार हिंदू स्मशान भूमि में भुसा व लकड़ा जला. इसके अलावा कचरे के ढेर व चाय कैटिन पर आग लगने की वारदातें हुईं.
अपील का असर नहीं
कोरोना वायरस संक्रमण में प्रदूषण से बचने के लिए दिवाली में पटाखे नहीं जलाने का आह्वान राज्य सरकार ने किया. दीपावली की शाम इस अपील को सिरे से ठूकराकर जमकर आतीशबाजी की गई.
18 को मिलेगी रिपोर्ट
प्रदूषणस्तर गिनने के लिए बोर्ड द्वारा शहर में तीन उपकरण लगाए गए हैं. गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, राजकमल चौक स्थित महानगरपालिका इमारत तथा एमआयडीसी में यह उपकरण लगाए गए हैं. दीपावली पर हुए प्रदूषण की रिपोर्ट बुधवार 18 नवंबर को प्राप्त होगी. -संजय पाटिल, प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड
50 प्रश घटी बिक्री
प्रति वर्ष की तुलना में इस वर्ष पटाखा बिक्री में 50 प्रश घटी बिक्री की कमी आयी है. जिले में अक्सर 12 से 13 करोड़ के पटाखे बिकते थे, लेकिन इस वर्ष केवल 7 करोड़ के ही पटाखें बिके हैं. सरकार के आह्वान, कोरोना संक्रमण तथा लोगों की आर्थिक हालात के चलते इस वर्ष पटाखा बिक्री कम होने की आशंका है.-आरआर ठाकुर, पटाखा विक्रेता