अमरावती. राज्य में कोरोना का प्रसार को रोकने के लिए ‘अमरावती पैटर्न’ पर विचार किया जा रहा है. अमरावती जिला प्रशासन ने तालाबंदी में ऐसा क्या किया कि महज एक पखवाड़े में कोरोना के मरीजों की संख्या आधी हो गई. राज्य सरकार द्वारा इसकी समीक्षा भी कर रही है. कोरोना संक्रमण राज्य में नियंत्रण से बाहर होता दिख सरकार कड़े लाकडाउन की तैयारी में है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टास्क फोर्स के साथ विभिन्न संबंधितों से तालाबंदी पर चर्चा की है. इस बीच, राज्य में कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए ‘अमरावती पैटर्न’ अपनाया जा सकता है.
विफल रहा विकेंड लाकडाउन
जनवरी माह के 300 से 500 एक्टिव मरीजों की संख्या 26 फरवरी तक 12 गुना बढ़कर 6,740 हो गई. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर व जिला प्रशासन ने पहले 18 फरवरी को विकेंड लाकडाउन का निर्णय लिया. लेकिन यह प्रयास विफल रहा. 24 फरवरी तक जिले में 2710 नए सक्रिय रोगी पाए गए. विकेंड लाकडाउन में, सार्वजनिक स्थान बंद रख आवश्यक सेवाएं जारी रखी गई. जबकि धार्मिक कार्यक्रमों के लिए लोगों की संख्या पांच तक सीमित की गई.
22 फरवरी को लगाया था लाकडाउन
इस बीच 22 फरवरी से 1 मार्च तक कड़ा लाकडाउन लगाया गया. जिसके बाद 8 मार्च तक एक्सटेंशन दिया गया. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के एक जगह इकट्ठा होने और भीड़ से रोकना था. इस दौरान केवल अत्यावश्यक वस्तुओं की बिक्री सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे शुरू रखने की अनुमति दी गई. स्कूलों, क्लास, सभी सरकारी कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया गया. सरकारी कार्यालयों में 15 प्रतिशत उपस्थिति रखी गई. होटल और रेस्टारेंट को केवल पार्सल की अनुमति दी गई. यह लाकडाउन सफल रहा और संक्रमण की श्रृंखला टूटी.
पाजिटिविटी रेट में भी कमी
24 फरवरी से 3 मार्च तक सक्रिय रोगियों की संख्या में 4.56 प्रतिशत की गिरावट आई. इसके बाद के कुछ हफ्तों में कोरोना के साथ प्रतिदिन के मरीजों की संख्या में भी कमी आई. 3 मार्च से 31 मार्च तक सक्रिय रोगियों की संख्या में 10.8 प्रतिशत की कमी आई. अगले हफ्तों में, सक्रिय रोगियों की संख्या में 29.7 प्रतिशत की गिरावट आई.
3 फरवरी को, जिले में रिकवरी दर 96 प्रतिशत व मृत्यु दर 1.8 प्रतिशत थी. 26 फरवरी को, रिकवरी दर घटकर 79.1 प्रतिशत हो गई. उसके बाद, लाकडाउन लगाने के बाद रिकवरी दर बढ़ने लगी. वर्तमान में यह 92 फीसदी तक पहुंच गया है. अमरावती जिले में 6 मार्च को लाकडाउन समाप्त किया गया. इस दौरान पाजिटिविटी रेट में कमी दर्ज की गई.