अमरावती. महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की परीक्षा देकर वन परिक्षेत्र अधिकारी पद पर नियुक्त हुई दीपाली चव्हान ने 9 साल तक वनविभाग में सेवा देने के बाद अपनी नौकरी छोड़ने तथा दुबारा एमपीएससी की परीक्षा देकर किसी अन्य सरकारी विभाग में नौकरी करणे का निर्णय लिया था. इस परीक्षा के लिए दीपाली ने आवेदन किया था,जिसका हाल टिकट भी जारी हो गया है. परीक्षा हेतु दीपाली ने छुट्टी का आवेदन तक लगा रखा था. लेकिन इससे पहले ही वरिष्ठों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली.
अधूरी रह गई इच्छा
अपने छह वर्ष के सेवाकाल में दीपाली चव्हाण ने सलई गोंद व सागौन तस्करों की नाक में दम रखा था, और वनसंपदा की रक्षा करते हुए कइ संकटों का सामना भी किया. लेकिन इसके लिए वरिष्ठों का प्रोत्साहन व सहयोग मिलने की बजाय आर्थिक व मानसिक तकलीफें मिलीं. जिससे तंग आकर उन्होंने वन विभाग की नौकरी छोड़ने तथा एक बार फिर एमपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय लिया था. किंतु दुर्भाग्य से दीपाली चव्हाण का यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई.