मोर्शी. मोर्शी शहर इस समय डेंगू की चपेट में है. मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने से शहर के सभी अस्पताल खचाखच भरे हुए हैं. डेंगू जानलेवा बीमारी है. इसके बावजूद नगर परिषद प्रशासन सुस्त नजर आ रहा है. कोरोना महामारी का प्रकोप कम हुआ नहीं कि हर घर में डेंगू के मरीजों पाए जा रहे है. डाक्टरों का कहना है कि मच्छरों के प्रकोप से डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. लेकिन नगर परिषद प्रशासन कुंभकर्णी नींद में है. नगर परिषद प्रशासन कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है.
सीओ नॉट रिचेबल
नगर परिषद प्रशासन सुस्त है और मुख्याधिकारी नाट रिचेबल है. संबंधित स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख फोन नहीं उठाने पर सवाल खड़ा हो गया है कि शिकायत किससे करें. नगराध्यक्ष केवल बैठकों में भाग लेने के अलावा कोई नियोजन नहीं कर रहे हैं. उपाध्यक्ष अप्पा गेडाम, नगरसेवक वैशाली भूषण कोकाटे, क्रांति चौधरी और नगरसेवक हर्षल चौधरी ने आरोप लगाया है कि नगराध्यक्ष के पति सिर्फ निर्माण विभाग में डेरा जमाए रहते हैं.