क्या बैठक में भोजन करने आते अधिकारी?, जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख ने सुनाई खरी-खोटी

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    अमरावती. तीन माह में एक बार जिला परिषद की आम सभा होने के बावजूद अधिकारियों को सवालों के जवाब मालूम न होने से गुस्साए जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख ने अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई. इतना ही नहीं तो उन्होंने सीईओ अभिश्यांत पंडा को भी अधिकारियों की बैठक बुलाकर गंभीरता से सवालों के जवाब देने की बात समझाने को कहा. सोमवार को जिला परिषद की आमसभा में सवालों के जवाब को लेकर जमकर हंगामा मचा. 

    जलकिल्लत, फिर भी टंकी बनी शोपिस

    बैठक शुरू होते ही नितिन गोंडाने ने धनोरा माली में तैयार पानी की टंकी में 3 वर्षों से पानी नहीं होने का सवाल किया. जलकिल्लत होने के बावजूद अधिकारी ध्यान क्यों नहीं दे रहे इसका जवाब प्रशासन से तलब किया,  लेकिन अधिकारियों को इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं होने से सदन तपा.

    जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख ने कहा कि तीन माह में एक बार आम सभा होती है. सभा में आने के लिए अधिकारियों ने सवालों के जवाब के साथ आना चाहिए. यहां क्या भोजन करने आते हैं. अब क्या प्रशासन हर महीने सभा का आयोजन करें. इतना कहकर उन्होंने सीईओ से शोपीस बनी टंकी में पानी उपलब्ध कराने पर गंभीरता से ध्यान देने को कहा. 

    1.90 लाख घरकुल लाभार्थी वंचित

    मोर्शी पंचायत समिति की इमारत का 3 वर्षों से चल रहे कछुआ कामकाज को लेकर दत्ता ढोमणे व जयंत देशमुख ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि कछुआ गति से चल रहे इस कामकाज के लिए संबंधित ठेकेदार को तुरंत काम निपटाने को आदेश दे. जिस पर भी निर्माण विभाग को आदेश जारी किए.

    ग्राम सेवक व रोजगार सेवकों के कारण घरकुल लाभार्थियों को एमआरजीएस के तहत निधि नहीं मिलने का मुद्दा गौरी देशमुख ने उठाया. उन्होंने कहा कि 1.90 लाख लाभार्थियों को एक गलती के कारण वंचित रहना पड रहा है. जिसके लिए सीईओ ने नागपुर कार्यालय से संपर्क करने की मांग भी गौरी देशमुख ने की. देशमुख के अनुसार 63 करोड रु. निधि मंजूर की गई. इसमें से 43 करोड दिए गए, जबकि 20 करोड रू. अप्राप्त है.

    समृद्धि महामार्ग के रास्ते बंद करें 

    समृद्धि महामार्ग तैयार करने चांदूर रेलवे, धामनगांव रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर के 25 सड़कों का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह 25 मार्ग पूरी तरह ना दुरुस्त हो चुके हैं, बावजूद इसके दुरुस्ती नहीं किए जाने का यह  मुद्दा जयंत देशमुख ने उठाया. सड़क दुरुस्त नहीं करने के बाद अधिकारी नियोजन क्यों नहीं करते, जिस पर बबलू देशमुख ने प्रशासन को सड़क दुरुस्त करो वर्ना समृद्धि मार्ग के लिए बंद करो ऐसे आदेश दिए. हालांकि अधिकारियों ने बताया कि 32 करोड़ का नियोजन किया है लेकिन यह दुरुस्ती क्यों नहीं हुई इस संदर्भ में पत्र व्यवहार करने के आदेश भी सभापति देशमुख ने दिए.