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  • कैसे लगेगा कोरोना पर लगाम

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अमरावती. कोरोना के बढते आंकडों से जहां शासन प्रशासन चिंता में डूबा है वहीं नागरिक कोरोना से डरे है लेकिन व्यवसाय का साथ छोडने का नाम नहीं ले रहे है. कोरोना पर लगाम कसने व्यापारी संगठनों ने स्वयंस्फूर्ति से 7 बजे के बाद प्रतिष्ठान बंद करने का आवाहन किया था लेकिन एक सप्ताह बाद भी शाम 7 बजे के बाद तो दूर रविवार के दिन भी मार्केट के प्रतिष्ठान खुले रहे. शहर में ऐसा ही चलता रहा तो कोरोना के बढते आंकडों पर लगाम कैसे लगेगा यह सवाल निर्माण हो रहा है. 

मार्केट में बढ़ रही भीड़

त्यौहारों को देखते हुए मार्केट में अगले माह से भीड बढेगी. इसलिए कुछ लोग भीड से बचने के लिए अभी से खरीदी करने में लगे है. जिससे भी मार्केट में रोजाना ही खरीददारी करने में जूट जाते है. परिणामत: आये दिन मार्केट में भीड बढने लगी है. कोरोना के चलते कई लोग बेरोजगार होने से इस वर्ष दीपावली और दशहरा दोनों फिके है. किसानों की फसलें भी चौपट हो जाने से किसानों की दीपावली भी अंधेरे में है. बावजूद इसके नौकरी पेशा लोग स्वयं के लिए नहीं लेकिन त्यौहारों में बच्चों के लिए खरीदना पसंद करते है जिसके कारण कुछ न कुछ खरीदने मार्केट में भीड बढने लगी है. 

तो लाकडाउन क्यों लगाये?

व्यापारी संगठन की ओर से स्वयंर्फूर्ती से 7 बजे के बाद और रविवार को मार्केट शतप्रतिशत बंद कराने का ऐलान किया था. बावजूद इसके व्यापारियों ने ही संगठन के आदेश का उल्लंघन किया. ऐसे में यदि व्यापारियों व्दारा लाकडाउन का प्रस्ताव रखा जाता है तो प्रशासन भी लाकडाउन क्यों लगाये ऐसा सवाल कर समस्या निर्माण कर सकता है. इसलिए संगठन के निर्देशों का पालन करने का आवाहन संगठनों की ओर से किया जा रहा है. विशेष बात यह है कि मार्केट खुला रहने से अत्याधिक मार्केट के संचालक व काम करनेवाले कर्मचारी भी पाजिटिव पाये गये है.