समृद्धि से सटे खेतों का रास्ता बंद, 3 तहसीलों में वैकल्पिक पगडंडी मार्गों की मांग, 2000 किसान परेशान

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    अमरावती. जिले से गुजरने वाले समृद्धि किसान महामार्ग के कारण चांदूर रेलवे, धामणगांव रेलवे व नांदगांव खंडेश्वर इन तीन तहसीलों के लगभग 2 हजार किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इस महामार्ग के दोनों किनारों के खेतों का रास्ता समृद्धि महामार्ग के कारण बंद हो गया है. जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है.

    इसकी गंभीरता को समझते हुए किसानों के खेत तक जाने के लिए वैकल्पिक सड़क का निर्माण किया जाए. यह मांग पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप के नेतृत्व में धमके किसानों के दल ने सोमवार को जिलाधिकारी शैलेश नवाल से की. किसानों की समृद्धि का खयाल रखते हुए निर्मित किए जा रहे इस महामार्ग के कारण किसान ही परेशान रहेंगे तो ऐसी समृद्धि का क्या फायदा, ऐसा तंज भी परेशान किसानों ने कसा है. 

    बुआई करना भी मुश्किल

     मुंबई-नागपुर समृद्धि राजमार्ग जिले के तीन तहसीलों से होकर गुजर रहा है. इस महामार्ग के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. जिले में कुल 73 किलो मीटर लंबाई वाले महामार्ग का निर्माण कर रही कंपनी ने सड़क के दोनों ओर के किसानों की जितनी जमीन चाहिए थी. वह ले ली. लेकिन अब इससे किसानों के लिए बाकी खेत में बुआई करना भी मुश्किल हो गया है. दोनों तरफ के किसानों के खेतों में आने-जाने के लिए रास्ता ही नहीं बचा है. जिससे अब खेतों में बुआई कैसे करें.

    यह चिंता किसानों को सता रही है. साथ ही समृद्धि महामार्ग ढलान पर होने से सड़क का पानी भी आसपास के खेतों में रिस रहा है. वहीं, महामार्ग के कारण नालों के प्राकृतिक बहाव में बदलाव के कारण नालों का पानी भी किसानों के खेतों में प्रवेश कर रहा है. इससे कृषि फसलों को नुकसान हो रहा है.

    इस समृद्धि महामार्ग के कारण तीन तहसीलों के लगभग 2000 किसान पीड़ित हैं. इसलिए मामले की गंभीरता को समझते हुए संबंधित किसानों को उनके खेतों तक जाने के लिए तुरंत वैकल्पिक सड़क बनाकर दें. यह मांग जिलाधीश नवाल से पूर्व विधायक जगताप व तुकाराम भस्मे द्वारा की गई.