अमरावती. देश अनलाक होने के बावजूद राज्य सरकार की ओर से भगवान के व्दार खोलने के लिए ही अनदेखी किये जाने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी की ओर से मंगलवार को अंबादेवी मंदिर के सामने प्रदर्शन किया गया. इस समय शहर अध्यक्ष किरण पातुरकर के नेतृत्व में मंदिर के बाहर से ही अंबा-एकविरा माता से मुख्यमंत्री को सदबुध्दि देने की प्रार्थना की गई. नवरात्री के पहले मंदिर
हजारों नागरिकों पर रोजगार का संकट
राज्य सरकार ने शराब दूकानों समेत छोटे-बडे प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दी है, लेकिन तीज त्यौहारों के दिन होने के बावजूद अभी तक मंदिर खोलने के आदेश जारी नहीं किये. विशेष बात यह है कि कोरोना का असर भी अब कम हो रहा है. ऐसे में केवल मंदिरों के आस-पडोस में काम करने वाले व्यवसायिकों पर ही संकट क्यों? ऐसा सवाल पूर्व स्थायी समिति सभापति तुषार भारतीय ने उठाया. इस समय उन्होंने कहा कि नवरात्री के पूर्व अंबामाता निंद्रावस्था में रहती है. इसलिए सभी भक्त उनसे प्रार्थना करते है कि माता निंद्रा से उठकर दुर्जनों का संहार करों. ऐसी स्थिति आज राज्य में निर्माण हुई है.
अन्यथा होगा तीव्र आंदोलन
त्यौहारों के दिनों में मंदिर में आने वाले भाविक-भक्तों के कारण ही फूल, थाली, प्रसाद समेत भगवान के संदर्भ में जो साहित्य बेचते है, ऐसे दुकानदारों को रोजगार प्राप्त होता है. मार्च माह से मंदिर बंद रहने के कारण यह सभी दुकानदार बेरोजगार हो गए है. तीज त्यौहारों में ही छोटे दूकानदारों का गुजर बसर होता है. बावजूद इसके मंदिर नहीं खोलने की भूमिका गलत होने का आरोप लगाते हुए नवरात्री के पूर्व मंदिर खोले नहीं गये तो तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी दी. आंदोलन में किरण पातुरकर, शिवराय कुलकर्णी, तुषार भारतीय, अजय सारस्कर, गजानन देशमुख, दिपक खटारे, लता देशमुख, स्वाती कुलकर्णी, राहुल वाठोडकर, रिना पाठक, सिंधु सावरकर, आशिष अतकरे, योगेश वानखडे समेत भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे.
तिवसा में भी प्रदर्शन
भाजपा अध्यात्मिक समन्वय जिला आघाडी की ओर से राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के महासमाधी गुरुकुंज मोझरी में प्रदर्शन कर मंदिर खोलने की गुहार लगाई गई. लाकडाउन के दौरान मंदिर बंद थे तब ठीक था. लेकिन अब पूरा देश अनलाक होने के बावजूद केवल मंदिर बंद रखे गये है. जिससे राज्य सरकार को सदबुध्दि देने की गुहार लगाई गई.