Shravanabal scheme grant outstanding of 20 thousand old people

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अमरावती. लॉकडाउन के दौर में एसटी के पहिये थम जाने से एस कर्मियों के भी हाल बे हाल होने लगे. लॉकडाउन के बाद भले ही देश अनलाक हुआ और रोजगार चलने लगे लेकिन एसटी कर्मचारी आज भी लॉकडाउन की ही जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं. विगत तीन माह से वेतन नहीं मिलने से आखिरकार एसटी कर्मियों ने राज्य परिवहन महामंडल के सामने शुक्रवार को धरना देकर आत्मक्लेष आंदोलन किया.

एसटी 4 माह बाद 1 माह का वेतन महाराष्ट्र एसटी कामगार संगठन के विभागीय सचिव मोहित देशमुख के नेतृत्व में धरना देकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें बताया कि घर के परिवार के सदस्यों की पालन पोषण की जिम्मेदारी एसटी कर्मियों पर होती है. लाकडाउन में जो जमा पूंजी है उसके भरोसे परिवार चलाया लेकिन अब देश अनलॉक होने के बाद इएमआइ, स्कूल फीस, एलआइसी, दैनंदिन खर्चा कैसे करे यह समस्या निर्माण हुई है.

प्रशासन से बार बार निवेदन सौंपने के बावजूद भी 4 माह में 1 माह का ही वेतन दिया. जिसके कारण कर्मियों को यह आंदोलन करना पडा. यदि प्रशासन ने गंभीरता नहीं बरती तो इससे भी अधिक गंभीर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. आंदोलन में विभागीय अध्यक्ष असलम खान, चंचल कोठार, शितल मोहोड, मंजिरी देशमुख, लिना ढाले, लतिका महाजन, कविता गांवडे, जया राउत, एमअली, मारोती राठोड़ आदि उपस्थित थे.