Corona Updates : 700 new cases of corona in Tripura, total number of infected increased to 56,169
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    अमरावती. शहर के सोनोने निजी कोविड अस्पताल में एक कोरोना मरीज पर गलत उपचार का मामला प्रकाश में आया है. डाक्टरों के अनावधान से उस मरीज के दोनों हाथ और पेट पर गंभीर जख्म बन गए है. संबंधित मरीज ने शिकायत की है कि इस संबंध में जब डाक्टर से संपर्क किया तो उसे इंन्फेक्शन कम करने के लिए पांच दिन की दवा लेने की सलाह दी गई. लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी इंन्फेक्शन कम नहीं हुआ.

    फोटो देखकर ही दे दी दवा

    चांदूर रेलवे के किसान सचिन ठाकरे की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद वह 1 जून को डा. सोनोने के निजी कोविड मरीज में भरती हुआ. 7 जून को उसे इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली थी. लेकिन छुट्टी के बाद उसके दोनों हाथों और पेट में इंन्फेक्शन पाया गया. कोविड के इलाज के दौरान उसके दोनों हाथों में और पेट में इंजेक्शन लगाए गए थे. जिससे सचिन के दोनों हाथ व पेट पर गहरे जख्म उभरे है.

    जिसका पता चलते ही सचिन ठाकरे ने संबंधित अस्पताल के डाक्टरों से संपर्क किया. तो इस उनसे इंन्फेक्शन की फोटो भेजने को कहा गया. इस फोटो के आधार पर ही उन्हें अस्पताल से पांच दिन की दवा दी गई. लेकिन उसके बाद भी संक्रमण कम नहीं होने पर ठाकरे ने अब आखिरकार दूसरे अस्पताल में अपना इलाज शुरू किया है.

    इलाज का खर्च वापस दे अस्पताल 

    कोरोना के इलाज के लिए सोनोने के निजी कोविड अस्पताल ने करीब डेढ़ लाख रुपए का बिल निकाला था. लेकिन डाक्टर के गलत इलाज के कारण ही हाथ और पेट में इंन्फेक्शन के कारण गहरे जख्म उभरे हैं. किसानों का महत्वपूर्ण बुआई का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन इन्फेक्शन के कारण खेती में भी नहीं जा सकता इसलिए संबंधित अस्पताल मेरे गलत इलाज के लिए लिए गए सभी पैसे मुझे वापस दें.-सचिन ठाकरे, पीड़ित मरीज

    इलाज से इंकार नहीं

    संबंधित मामले को लेकर डा. सोनोने से तो संपर्क नहीं हो पाया, लेकिन सोनोने अस्पताल में कार्यरत डा. पकडे ने बताया कि अगर संबंधित मरीज अस्पताल आता है तो उसका इलाज किया जाएगा. डा. सोनोने को भी इस संबंध में सूचित किया जाएगा.