- होमगार्ड सैनिकों की मांग
अमरावती. 1 अक्टूबर 2016 को समूचे महाराष्ट्र होमगार्ड की मांगों के लिए होमगार्ड ने लोटांगन आंदोलन करने का प्रयास किया था, लेकिन आंदोलन के पहले ही 28 महिला व पुरुष होमगार्ड को निलंबित कर दिया गया था, इन होमगार्ड को तत्काल सेवा में समाविष्ट करने की मांग को लेकर सोमवार को होमगार्ड सैनिकों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.
उन्होंने कहा कि बताया कि होमगार्ड के विभिन्न प्रश्नों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए 1 अक्टूबर 2016 को समूचे राज्य भर में आंदोलन किया गया था. इस बारे में अमरावती होमगार्ड कार्यालय को भी पूर्व सूचना दी गई थी, लेकिन कार्यालय की ओर से उन्हें निलंबित कर दिया. वह लगातार सरकार के पास कार्रवाई को हटाने के संबंध में प्रयास कर रहे है, लेकिन अब तक उन्हें सेवा में समाविष्ट नहीं किया गया. 7 दिनों के भीतर उन्हें सेवा में समाविष्ट करे इस समय राजेंद्रसिंह बहल, सुरेंद्र शेजव, कल्पना मेश्राम, विनोद रंगारी, आनंद ठाकुर, प्रदीप बद्रे, राजेश मालोदे, इरफान बेग, वैशाली शेलारे, अविनाश खुरखटे, सतीश सुलताने, निलेश उघडे, सागर डहाके, ज्योति मुधोलकर समेत अन्य होमगार्ड मौजुद थे.