खरीफ की तैयारी अंतिम चरण में-बारिश की प्रतीक्षा में किसान

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चांदूर बाजार: खरीफ बुआई का सीजन आ गया है. मानसून का आगमन समय पर होने के अनुमान से किसान मानसून पूर्व खेतों में जोर-शोर से जुट गए हैं. अब खरीफ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. कोरोना की घबराहट के बीच बुरा हाल कर रही भीषण गर्मी के बाद अब किसान बारिश की प्रतीक्षा कर रहे हैं. खेत का कचरा जमा करना, सीमा साफ करना, गोबर खाद डालना, मशागत आदि आवश्यक काम किसान बडी उम्मीद से निपटा रहे हैं. अरबी समुद्र में कम दबाव का क्षेत्र निर्माण होने से मानसून के सफर के लिए पोषक वातावरण का अनुमान है.

प्याज की फसल निकाली
मौसम विभाग के अनुमान से तथा पंचांग के पारंपारिक नक्षत्र, वाहन व पेड़ों पर पंछियों के घोसलों से किसान वर्ग बारिश का अनुमान लगा रहे हैं, जिससे खेती के कामों को गति मिल रही है. तहसील में देऊरवाड़ा, ब्राह्मणवाड़ा थडी, शिरजगांव कसबा, करजगांव, घाटलाडकी आदि परिसर में बडे पैमाने में प्याज उत्पादन किया जाता है.

पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं
किसानों की तरह कृषि विभाग व कृषि केंद्र भी खरीफ के लिए तैयार हो रहे हैं, लेकिन तहसील को अधिकृत वितरकों द्वारा पर्याप्त खाद का स्टॉक उपलब्ध नहीं होने की सुगबुगाहट कृषि केंद्र संचालकों में हो रही है.

कोरोना का दुष्प्रभाव
कोरोना के चलते संपूर्ण देश में लॉकडाउन होने से किसान वर्ग को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है. खरीफ पर इसका विपरीत असर देखा जाएगा. बुआई, बीज, खाद, छिड़काव आदि के लिए पाई पाई जोड़ने में किसानों को बड़ी कसरत करनी पड़ रही है.