वीआइपी क्षेत्र में तेंदुए का आतंक, शिकार कर पेड़ पर ले गया सुअर

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अमरावती. विभागीय राजस्व आयुक्त और कलेक्टर बंगले के ठीक पीछे झाडियों से घने क्षेत्र में तेंदुए का आतंक है. वेलकम पाइंट के पास डा. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के प्रादेशिक संशोधन केंद्र परिसर में तेंदुए व्दारा एक ही दिन में 2 सुअरों का शिकार किया गया. जिसके बाद एक सु‍अर को पेड़ पर ले जाने की घटना सामने आई है. जिससे आस-पास के क्षेत्रों में खौफ देखा जा रहा है. इस संसोधन केंद्र ने बड़ा सा बोर्ड लगाया है. जिस पर जिक्र किया गया है कि परिसर में तेंदु‍एं के मुक्त संचार के कारण सावधान रहे. 

वेलकम पाइंट से गणेड़ीवाल लेआऊट तक खौफ

नैसर्गीक आबो-हवा के लिये अत्यंत उपयुक्त होने से आस-पास के क्षेत्रों से लोग इस मार्ग पर मॉर्निग वॉक के लिये अक्सर आते है. बताया जाता है कि डा. पंजाबराव देशमुख कृषि विवि के प्रादेशिक संशोधन केंद्र परिसर में तेंदुआ दिखा. जब यह बात केंद्र के संबंधित अधिकारियों-कर्मियों को बताई गई. तब केंद्र परिसर में तलाशी के दौरान 2 सुअरों के शव मिले. एक सुअर का शव पेड़ पर मिला. जिससे स्पष्ट होता है कि तेंदुए ने शिकार के बाद सुअर को पेड़ पर घसीटा. जिसके उपरांत उसे खाया. इसी तरह दूसरे सुअर का भी शव आधे से अधिक खाया हुआ मिला है. 

 प्रादेशिक केंद्र पर लगाया फलक 

दो सुअरों के इस तरह क्षत-विक्षिप्त शव पाए जाने के बाद पीकेवी के प्रादेशिक संशोधन केंद्र ने बाहर दर्शनी हिस्से पर बड़ा सा फलक चस्पा कर दिया है. जिस पर इस परिसर में तेंदुए से सावधान रहने की सूचना दी है. पिछले चार दिनों पहले लगाए गए इस फलक के कारण परिसर में मॉर्निंग वॉक के लिये आने वालों की संख्या भी कम हो गई है. वेलकम पाइंट पर पावर हाउस से विसावा कॉलोनी व गणेडीवाल लेआउट तक एक तेंदुए का आतंक देखा जा रहा है. विभागीय राजस्व आयुक्त, कलेक्टर का बंगला भी इसी क्षेत्र में है. जबकि पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर का निवास आयुक्तालय के ठीक पीछे गणेड़ीवाल लेआउट में है.  

तीन दिनों पूर्व शिकार 

तीन दिनों पूर्व पीकेवी के प्रादेशिक संशोधन केंद्र के पास परिसर में तेंदुए ने सुअर का शिकार किया. एक सुअर को घसीटकर पेड़ पर ले जाने का तथ्य भी सामने आया है.केंद्र की सूचना पर फारेस्ट ने ट्रैप कैमरे लगाए है. लेकिन अभी तक ट्रैप कैमरा में तेंदुआ कैद नहीं हो पाया है.  इस बारे में संशोधन केंद्र व्दारा सावधान का सूचना फलक भी लगाया गया है. 

-कैलाश भुंबर, वनपरिक्षेत्र अधिकारी, वडाली