Market Parvana incurs loss of 2.50 crores, losses in Corona

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अमरावती. कोरोना पर लगाम कसने के लिये किए गये लॉकडाउन का असर सभी विभागों पर पड़ा है, लेकिन महानगरपालिका के कुछ विभाग ऐसे है, जिसके असर से विभाग की आय को फटका लगा है. बाजार परवाना विभाग को कोरोना से 2.50 करोड़ के आस-पास का नुकसान उठाना पड़ सकता है, जिसमें हॉकर्स वसूली के साथ मालटेकड़ी, बांबू गार्डन, विज्ञापन समेत अन्य आय क्षेत्रों का समावेश है. 

मार्केट के 1 करोड़ पेडिंग
मनपा के बाजार परवाना विभाग को सांस्कृतिक भवन से सालाना 58 लाख रुपयों की आय प्राप्त होती थी. मनपा के 27 तथा अन्य मार्केट क्षेत्रों से 1 से 1.15 करोड़ की आय प्राप्त होती थी, लेकिन अब वह विवादित प्रकरण छोड़ दिये जाते है तो भी 80 लाख के आस-पास की वसूली पेडिंग है. विज्ञापन दरों के विषय भी विवादित प्रकरण के चलते प्रलंबित रहने से उससे होनेवाली आय पूरी तरह से डूब चुकी है. 

40 लाख की आय डूबी
मनपा के करोड़ों रुपयों की वसूली प्रलंबित रहने के बावजूद लाखों रुपयों की आय डूब चुकी है, जिससे भी विभाग का नुकसान हुआ है. बांबू गार्डन से मनपा को 2 लाख की आय प्राप्त होती थी. मालटेकडी के यातायात स्थल से 80 से 90 हजार रुपये, प्रशांतनगर गार्डन से 3 लाख रुपये, हॉकर्स से 29 लाख रुपयों की सालाना आय होती थी. लेकिन 6 माह की आय पूरी तरह से डूब चुकी है. 

बाजार लाइसेंस अनिवार्य 
विभाग ने व्यापारियों से बाजार परवाना लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है, जिसके लिए गत 2 माह से एक्सटेंशन दिया जा रहा है. बावजूद इसके व्यापारी लाइसेंस निकालने में आनाकानी कर रहे है. विशेष बात यह है कि फायर आडीट के लिए भी छूट दी गई है. इसलिए अब लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है, जिसके बाद कार्रवाई की जायेगी.-उदय चव्हाण, बाजार परवाना अधीक्षक