एमएलसी कपिल पाटिल ने कहा- 1 लाख स्कूलें होंगी बंद

Loading

अमरावती. शिक्षक विधायक कपिल पाटिल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति-2020 (एनएपी) के कारण देश में लगभग 1 लाख शालाएं व 35 हजार से अधिक महाविद्यालय बंद होने की नौबत आएगी. इस क्रम में न्यूनतम पटसंख्या के आधार पर राज्य में 15 हजार शालाएं बंद करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जिसके कारण बहुजन, उपेक्षित समाज पर अन्याय होगा. शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण किया जा रहा है. जिसे दानदाता का नाम देकर सरकार यह पाप करने पर तुली है. 

भाजपा को रोकने उम्मीदवार दिया

शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में शिक्षक भारती द्वारा दिलीप निंभोरकर की उम्मीदवारी घोषित करते हुए बुधवार को पत्र परिषद में उन्होंने कहा कि संविधान रचयिता डा. बाबासाहब आंबेडकर व प्रथम कृषि मंत्री डा. पंजाबराव देशमुख के कारण ही महाराष्ट्र विधान परिषद में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का सृजन किया जा सका है. शिक्षकों को न्याय दिलाने के लिये सदन में ताकत बढ़ाना आवश्यक है. साथ ही भाजपा को रोकने के लिये ही शिक्षक भारती ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है.

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षक भारती ने महाविकास आघाड़ी सरकार को समर्थन दे रखा है, लेकिन सरकार की गलत नीतियों का समर्थन कतई नहीं किया जाएगा. शिक्षक भारती शिक्षकों की न्यायोचित मांगों को पूर्ण करने पूरी ताकत झोंक देगी. 

पहचान मिटाना भाजपा की संस्कृति 

शिक्षकों को स्वतंत्र निर्वाचन क्षेत्र देने का संवैधानिक प्रावधान है. राजनीतिक दल के रूप में भाजपा ने संवैधानिक प्रावधानों से निर्माण संगठनात्मक चुनाव पर हमला किया है. घुसपैठ कर अन्य घटक की पहचान मिटाना भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति है. इस वजह से मूल सांस्कृतिक राजनीति का पराजय होता है. भाजपा ने स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की पहचान मिटा दी है. बीटी देशमुख की कमी सदन में कोई नहीं भर सकता, इसलिए इस निर्वाचन क्षेत्र को भाजपा से बचाने की बात कपिल पाटिल ने कही.