File Pic
File Pic

Loading

धारणी. आदिवासी बहुल मेलघाट में शासकीय योजनाओं को किस तरह पतीला लगाया जा रहा है. यह धुलघाट रेलवे में शुरु एक सरकारी इमारत के निर्माण में देखा जा सकता है. बिजली वितरण कंपनी की हाइटेंशन लाइन के नीचे किसी भी तरह के निर्माण कार्य की अनुमति नहीं है, लेकिन धुलघाट रेलवे में शासकीय इमारत का निर्माण कार्य हाइटेंशन लाइन के ठीक नीचे शुरु है. यह इमारत एनआरएचएम के अंतर्गत बनाई जा रही है. लेकिन हाइटेंशन लाइन के नीचे सरकारी इमारत बनाने का क्या तूक है. इसको लेकर बिजली विभाग के साथ नागरिक भी अचरज जता रहे है.  

करोड़ों के निर्माण कार्यों की अनदेखी 

धारणी तहसील में शहर समेत धूलघाट रेलवे, बैरागड, कलमखार, बीजू धावड़ी व साद्राबाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एनआरएचएम निधि अंतर्गत करोड़ों रुपए के काम शुरू है. जिसमें प्रसूति कक्ष, स्टोर रूम व वैद्यकीय अधिकारियों के निवास स्थान शामिल है. धुलघाट रेलवे में हाइटेशन लाइन के नीचे प्रसूति कक्ष, स्टोर रुम व वैद्य़कीय अधिकारियों के निवास के लिये इमारत बनाने की परमिशन किसने दी. इसको लेकर बिजली कंपनी के स्थानीय अधिकारी भी हैरत जता रहे है.  

सीइओ से ध्यान देने की अपील 

पता चला है कि एनआरएचएम के अधिकारी व कर्मी धारणी तहसील में एनआरएचएम के तहत किये जा रहे निर्माण कार्यों की अमरावती कार्यालय में बैठकर देखरेख कर रहे है. यही नहीं बल्कि इमारत का नक्शा भी संबंधित स्थल पर आने की बजाय अमरावती कार्यालय में बैठकर फायनल कर रहे है. सरकार की इस महत्वकांक्षी इमारत का निर्माण हाइटेंशन लाइन के नीचे किये जाने का भी यही कारण बताया जाता है. 

अमरावती से देख रहे काम 

एनआरएचएम के लिए स्वतंत्र अभियंता, उप अभियंता व कार्यकारी अभियंता के मार्गदर्शन मंर यह निर्माण कार्य चल रहा है. लेकिन पता चला है कि यह अधिकारी और कर्मचारी 150  से 180 किलोमीटर अंतर से यह निर्माण कार्य देख रहे है. जिसके कारण निर्माण कार्य का दर्जा और उसकी क्वालिटी पर असर पड़ रहा है. इस मामले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल येडगे से इस प्रकरण में ध्यान देकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है. 

33 केवी पावर लाइन है

33 केवी पावर लाइन है. जो हाइवोल्टेज है. संबंधित विभाग व संबंधित ठेकेदार ने हाइटेंशन लाइन के नीचे निर्माण कार्य के लिये बिजली वितरण कंपनी से कोई अनुमति या पत्र व्यवहार नहीं किया है. इस संदर्भ में संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई की जाएंगी. 

– विनय तायडे, उपकार्यकारी अभियंता, धारणी