पीएमजीएसवाय: 1 किमी पर खर्च होंगे 70 लाख

  • 1174 गांवों को जोडेंगे 174 किमी की सड़के

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अमरावती. ग्रामीण क्षेत्रों को एक दूसरे से जोडने के लिए 21 वर्ष पहले प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना (पीएमजीएसवाय) अभी तक दो चरणो में अमल में लायी जा रही थी. वर्ष 2019 को केंद्रीय बजट में इस महत्वकांक्षी योजना का तीसरा चरण घोषित किया गया. जिसमें जिले के विभिन्न गांवों को जोडनेवाले 176 किमी के सड़के बनायी जायेंगी. इस कार्यक्रम से ग्रामीण सडकों की दर्जोन्नती व निर्माणकार्य किया जायेगा. योजना के 1 किलोमीटर को लगभग 70 से 75 लाख रुपयों का खर्च अनुमानित किया है. इसी तरह जिले को 1674 गांवों की 176 किमी के सडकों पर 123 करोड़ रुपये खर्च होनेवाले है. 

सुविधा के अनुसार रैकींग

इस योजना में महत्वपूर्ण चार सुविधाओं पर लक्ष केंद्रीत किया गया है. शैक्षणिक सुविधा, वैद्यकिय सुविधा, यातायात व बाजारपेठ आदि सुविधाओं को जोडनेवाली सडके होंगे. इस योजना के माध्यम से जिला सडक विकास योजना के अन्य जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग आदि सडकों पर भी काम किया जायेगा. इस योजना के माध्यम से सडकों का चयन करते समय गांव की सुविधा ध्यान में लेना जरुरी है. उसी उद्देश्य से केंद्रीय ग्रामीण मंत्रालय व्दारा संचालित एनआरआयडीए इस संस्था से एक सॉफ्टवेअर की निर्मिती की जायेगी. इस सॉफ्टवेअर के माध्यम से सभी ग्रामीण रस्ते, उस ग्रामीण सडकों के गांव, प्रत्येक गांव की सुविधा आदि जानकारी लेकर ही ग्रामीण सडकों की रैकींग तैयार की जायेगी.  

सैटेलाइट के सहयोग से जिओटैगिंग

सर्वप्रथम तहसील के सभी गांवों में प्रत्यक्ष जाकर मोबाईल अप के माध्यम से सभी सुविधाओं का सैटलाइट की सहायता से जिओटैगिंग किया गया. यानी एक गांव में दसवी की शाला, बाजार, अस्पताल आदि सुविधा होगी तो उसे मोबाईल एप के माध्यम से वहां जाकर फोटो खिंचे गये. उसके अक्षांक्ष व रेखांश भी आनलाइन पध्दती से संकेत स्थल पर दर्ज किये गये. इसी तरह जिले के 14 तहसीलों के 2373 सुविधाओं की जानकारी जिओटैगिंग के माध्यम से दर्ज करायी गई जो अपने आप ही इस योजना के वेबसाइट पर संकलित हुई. प्रत्येक तहसील में सडकों की लंबाई व आसपास की स्थिती आदि दर्ज की गई है. इस संपूर्ण प्रक्रिया को डीआरआरपी अपडेशन कहा जाता है. 

सभी अनुमति मिली

प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना अंतर्गत जिले में 176 किमी की सडके बनायी जानेवाली है. इसके लिए विभिन्न संस्था व विभागों की अनुमति लेना जरुरी है. जल्द ही सडकों के कामकाज को शुरुवात होगी. 

आयआयखान कार्यकारी अभियंता पीएमजीएसवाय

चिखलदरा तहसील की सर्वाधिक सडके 

चिखलदरा तहसील की 36.34 किमी के सर्वाधिक सडके इस योजना के तहत बनाई जायेगी. जबकि सबसेस कम सडके अंजनगांव सुर्जी तहसील की 7.26 किमी की बनायी जायेगी. 

तहसील सड़के

अचलपूर 9.44

अमरावती 12.77

अंजनगाव 7.26

भातकुली 8.37

चांदूर बाजार 10.00

चांदूर रेल्वे 8.08

चिखलदरा 36.34

दर्यापूर 11.67

धामणगाव 9.21

धारणी 21.18

मोर्शी 11.57

नांदगाव. खंडेश्वर 11.28

तीवसा 8.07

वरुड 10.74

एकुण 176.00