Market Parvana incurs loss of 2.50 crores, losses in Corona

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अमरावती. स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 440 व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के नाम पर 74.80 लाख का फर्जी बिल निकालने के मामले में कोतवाली पुलिस ने सोमवार को निगमायुक्त प्रशांत रोड़े के नाम पत्र देकर 9 प्रश्नों के जवाब व उनसे संबंधित दस्तावेज मांगे हैं, जिनके आधार पर पुलिस आगे की जांच करेगी. जबकि मामले में फरार मनपा लिपिक अनूप सारवान तथा कनिष्ठ लिपिक संदीप रायकवाड चौथे दिन भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. मामला दर्ज होने के बाद से दोनों आरोपी भूमिगत हो गए है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है. 

फर्जी हस्ताक्षर की होगी जांच
लाखों के बिल पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले कौन लोग है, इसकी जांच के लिए हस्ताक्षर एक्सपर्ट से की जाएगी. मनपा के कार्यालय अधीक्षक ज्ञानेश्वर अडुले ने इस फर्जीवाड़े में कनिष्ठ लिपिक सारवान तथा रायकवाड पर संदेह जताया है. जबकि इस मामले में कई बड़े नाम सामने आने की संभावना पुलिस जता रही है. 

दस्तावेज से जांच को मिलेगी गति
इस जानकारी के आधार पर पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी. पुलिस पूछे गए प्रश्नों के जवाब मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेगी. पुलिस सूत्रों से पता चला कि शौचालय निर्माण का ठेका आर.के इंडस्ट्रीज चेतन कन्स्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है. लेकिन पुलिस अधीकृत जानकारी के बाद ही संबंधित ठेकेदार कंपनी से पूछताछ करेगी.