वर्तमान- पूर्व एमएलए ने अधिकारियों को घेरा, किसानों के लिए हुए एकजुट

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चांदुर रेल्वे. अतिवृष्टि के कारण तहसील के किसानो को भारी नुकसान हुआ है.  कृषि क्षेत्र को हुई क्षति को लेकर सोमवार को एसडीओ कार्यालय में समीक्षा बैठक ली गई. जिसमें कट्टर विरोधक मानेजाने वाले  विधायक प्रताप अड़सड़ व पूर्व विधायक प्रा. वीरेन्द्र जगताप एकजुट हो गए और किसानों के हितों के लिए अधिकारियों को घेरते हुए जमकर उनकी क्लास ली. 

5 दिनों का अल्टीमेटम

अत्याधिक बरिश के कारण सोयाबीन, कपास तुअर जैसी फसलों को भारी नुकसान पहुंच है. लेकिन शासन की ओर से सिर्फ सोयाबीन का सर्वे किया गया. तहसील में 5 हजार से अधिक किसानों ने सोयाबीन का बीमा निकाला लेकिन इनमें कितने किसानों को बीमा लाभ मिलेगा इसका कोई विश्वास नहीं है. अपना नाम फसल बीमा की सूची में है भी या नहीं इसकी जानकारी तक किसानों को नहीं है. उन्हे मदद किस तरह दी जाएगी, खराब हुए सोयाबीन का क्या?, कपास के बोंड खराब हो रहे है, लेकिन कृषि विभाग उन पर ध्यान नहीं दे रहा. जैसे सवाल प्रा. जगताप ने उठाए. फसल बीमा की सूची ग्राम पंचायत स्तर पर प्रकाशित करने के कहा जिस पर एसडीओ इब्राहिम चौधरी ने सूची कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित किए जाने की बात कही. 

कृषि ‍विभाग सफेद हाथी

रबी की बुआई के नियोजन पर दोनों ने सवाल उठाए. कृषि विभाग को सफेद हाथी करार देते हुए जगताप ने जमकर क्लास ली. तहसीलदार ने राजेन्द्र इंगले ने सर्वे की जानकारी दी. विभागों में आपसी तालमेल न होने की बात को लेकर विधायक अड़सड़ व पूर्व विधायक जगताप ने रोष व्यक्त किया व 5 दिनों के भीतर कार्रवाई करने के आदेश दिए. 

इसक समय पंचायत समिति सभापतिसरिता देशमुख, उपसभापति प्रतिभा डांगे, सदस्य शुभांगी खंडारे, सदस्य अमोल होले, बाजार समिती सभापती प्रदीप वाघ, खरीदी विक्री के गोविंदराव देशमुख, रवी उपाध्याय, गजानन जुनघरे, राजु चौधरी, अमोल देशमुख, सहित अन्य उपस्थित थे.