समय पर मिले कर्ज, बिजली व बीज उपलब्ध कराएं, कृषि बैठक में प्रवीण पोटे ने किसानों की समस्याएं रखीं

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    अमरावती. खरीफ नियोजन को लेकर मंत्री एड. यशोमति ठाकुर की अध्यक्षता में आनलाइन समीक्षा बैठक में तत्कालीन पालकमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटील ने किसानों की समस्याएं रखीं. इस समय उन्होंने कुआं योजना, कर्ज वितरण, बिजली कनेक्शन, बीज खाद की अव्यवस्था, कर्ज माफी समेत शासकीय योजनाओं की अवस्थाओं को लेकर दबाव बनाया. उन्होंने गत् वर्ष की तरह इस वर्ष भी किसानों को कर्ज के लिए बैंकों के चक्कर न काटने पड़े. इसके लिए तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की.

    सोलर पंपों का वितरण करें

    उन्होंने पोकरा, एमआरजीएस, पंचायत समिति अंतर्गत किसानों को नये कुएं तो मंजूर कराए गए, लेकिन इन कुओं की खुदाई अभी तक नहीं हो पाई और ना ही उन्हें बिजली कनेक्शन मिल पाया. उसके लिए एमएसईबी का भी कोई नियोजन नहीं है. 24 घंटे बिजली नहीं रहने से किसानों को सोलर पंप सुविधा देने की मांग उन्होंने की.

    फसल नुकसान का मुआवजा दें

    गत् बैठक में झेडपी अध्यक्ष व राज्यमंत्री ने किसानों को पहले कर्ज होने के बावजूद दूसरा कर्ज अदा करने का विश्वास दिलाया था, लेकिन गत वर्ष बैंकों ने किसानों को वापस भेज दिया. यदि इस वर्ष भी वैसे ही स्थिति पाई जाती है तो यह किसानों के लिए चिंता का विषय रहेगा.गत वर्ष मूंग उड़द सोयाबीन फसल का जो नुकसान हुआ है. उसकी नुकसान भरपाई अभी तक किसानों को नहीं मिली है. या नुकसान भरपाई भी जल्द से जल्द देने की मांग उन्होंने की. 

    बीज की ना हो कालाबाजारी 

    बेमौसम बारिश के कारण सोयाबीन का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. ऐसे में यदि किसानों को बीज और खाद की कालाबाजारी का सामना करना पड़ता है, तो यह खेद जनक बात है. इसीलिए किसानों ने भी पक्की रसीद के साथ ही खाद बीज लेने के आदेश कृषि विभाग में देने चाहिए. साथ ही बोगस बीज खाद बेचने वालों पर कार्यवाही होना जरूरी है. इस समय उन्होंने कितने कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किए उसका लेखा-जोखा भी मांगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, कृषि कार्यालय केवल कागजों पर आंकड़े दिखाने की बजाए कितने किसानों को लाभ मिल पाया है. इसका ब्यौरा दे.