Cyclone Alert
Representative Photo

    Loading

    शंकर जयस्वाल 

    अमरावती. मानसून का समय पर आगमन होने से किसानों की बांझें जरूर खिली है, लेकिन मानसून ने शुरुआत में ही कहर बरपाना प्रारंभ कर दिया है. संभागीय राजस्व आयुक्तालय से प्राप्त नुकसान के ब्यौरे के अनुसार 1 जून से 11 जून तक संभाग के पांच जिलों में एक 3 वर्षीय बालिका तथा 11 युवाओं की जानें गईं. जबकि 13 जून को अमरावती जिले के अंजनगांव सुर्जी में एक व्यक्ति की नाले में बहकर मौत हुई है.

    इस तरह प्रारंभिक बारिश ने संभाग में 13 लोगों की सांसें छीन लीं. इसी क्रम में संबाग में 35 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई चौपट हो गई. इसके अलावा सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त होने के साथ 14 बडे, 5 छोटे दुधारु तथा 9 परीश्रमी मवेशियों की भी मौत हुई है. 

    सर्वाधिक मौतें यवतमाल में

    संभाग में हुई 13 मौतों में सर्वाधिक 8 मौतें यवतमाल जिले में हुई है. जबकि अकोला व अमरावती में 2-2 तथा बुलढाणा जिले में 1-1 मौत हुई है. इनमें से 10 की मौत गाज गिरने से हुई. जबकि 2 की बाढ़ में बहने से व अन्य एक की दीवार ढहने से मौत हुई है. इनमें बुलडाणा जिले में आशियाबी अकबरखां पठाण (3, अंजनी बु., मेहकर), अमरावती जिले के पद्माकर उत्तम वानखडे (42, निंबोली, धामणगांव रेलवे), अकोलो जिले के शेख आमद शेख रशिद (40, खंडाला, तेल्हारा), दादाराव सुरडकर (23, करतवाडी, अकोट), यवतमाल जिले के मारोती बावणे (45, मानकोपरा, दारव्हा), खुशाल रोठौड (35, लोबीवंत नगर, पुसद), गजानन घोडे (45, सावरगांव, कलंब), सुखदेख कालझरे (28, शरद, कलंब), समीक्षा पिंटू जाधव (14, जमसेटपुर, पुसद), अशोक प्यारेलाल जाधव (30, कुंभार किन्ही, दारव्हा), आशा अशोक नागपुरे (45, पिंपलखुटा, बाभुलगांव), अशोक राठोड (48, मोरगव्हाण, दारव्हा) आदि शामिल है. इन सभी मृतकों के परिजनों को अब तक सरकारी सहायत प्रदान नहीं की गई है. जिसके लिए 12 में से 10 प्रकरणों का पात्र पाया गया है, जबकि 2 अपात्र है. वाशिम जिले में सौभाग्य से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है. 

    अमरावती, यवतमाल में फसल क्षति

    संभाग में कुल 35.35 हेक्टेयर में 33 प्रतिशत से अधिक फसलों की क्षति हुई है. इनमें अमरावती जिले में 12.35 हेक्टेयर तथा यवतमाल जिले में 23 हेक्टेयर का नुकसान हुआ है. इसके अलावा अमरावती जिले में 3.70 हेक्टेयर में खेत जमीन का भी नुकसान हुआ है.   

    सैंकड़ों आशियाने उजड़े

    बारिश के कहर ने सैकेड़ों घरों को भी नुकसान पहुंचाया है. इनमें 18 मकान पूरी तरह धराशाही हुए है. जबकि 135 पक्के तथा 54 कच्चे मकान अंशत: क्षतिग्रस्त हुए है. इसके अलावा 14 तबेलों का भी नुकसान हुआ है. 

    जिला वार नुकसान का ब्यौरा

    जिला मृत व्यक्ति मृत मवेशी फसल क्षति (हे.) बाधित मकान

    अमरावती 2 10 12.35 61

    अकोला 2 0 00 00

    यवतमाल 8 8 23.00 113

    बुलढाणा 1 4 00 33

    वाशिम 0 6 00 00

    कुल 13 28 35.35 207