अमरावती. कोरोना संक्रमितों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की काला बाजारी प्रकरण में आर्थिक अपराध शाखा ने जांच पूरी कर 2 डाक्टर सहित 7 लोगों के खिलाफ जिला अदालत में चार्जशीट दायर की है.
आरोपी डा. पवन दत्तात्रय मालुसरे (35, कैम्प रोड, फ्रेजरपुरा), डा.अक्षय मधुकर राठोड़ (24, कार्टन नं. 4 भातकुली ), शुभम कुमोद सोनटक्के (24, चपराशीपुरा), शुभम शंकर किल्हेकर(24, धोबीनाला वडाली), पूनम भीमराव सोनोने (26, वडगांव,बार्शीटाकली, अकोला) तथा अनिल गजानन पिंजरकर (38, सर्वोदय कालनी, कांग्रेस नगर) के खिलाफ प्रकरण में आरोप लगाकर कोर्ट के समक्ष चार्जशीट दायर की गई है सभी आरोपी एमसीआर पर जेल में कैद है. जिन्हें अब तक प्रकरण में जमानत नहीं मिली है.
फोटो-15 रेमडेसिविर कार्रवाई
10 इंजेक्शन सहित 15.14 लाख का माल जब्त12 मई को सीपी के विशेष दल, क्राइम ब्रांच व एफडीए ने संयुक्त कार्रवाई कर 2 डाक्टर सहित 7 लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था. जिनसे अलग-अलग कंपनियों के 10 रेमडेसिविर, मोटर साइकिल, फोर व्हीलर व मोबाइल सहित 15 लाख 14 हजार रुपए का माल जब्त किया है.
इस प्रकरण में क्राइम ब्रांच की लापरवाही से पहले सभी आरोपियों को बगैर किसी पुलिस कस्टडी लिए एमसीआर पर जमानत मिल गई थी, लेकिन विपक्ष की ओर से पुलिस कार्रवाई पर उठ रहे सवालों पर जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई. आर्थिक शाखा ने दुबारा सभी आरोपियों की जमानत अर्जी को खारिज कर हिरासत में लिया. जिनसे पूछताछ करने के बाद एमसीआर पर जेल रवाना किया. तभी से सभी आरोपी जेल में कैद है. 60 दिनों के भीतर पूरे प्रकरण की जांच कर आर्थिक अपराध शाखा ने कोर्ट में चार्जशीट दायर की है.