अमरावती. कोरोना महामारी से पस्त आमजनों पर एक और बोझ धीरे-धीरे बढ़ रहा है. पेट्रोल, डीजल के दामों में प्रतिदिन कुछ पैसों की वृद्धि हो रही है, जो कि अब बड़ा आकार ले चुकी है. बीते 22 दिनों में पेट्रोल के दामों में प्रति लीटर 10.24 रुपए इजाफा हुआ है. मंगलवार को जिले में पेट्रोल 87.78 रुपए प्रति लीटर बिका, जबकि डीजल के रेट भी बढ़कर 79.03 रुपए प्रति लीटर हो गए है, जिसका सीधा असर ट्रांसपोर्ट संबंधि अन्य व्यवसायों जैसे यात्री किराया, माल ढुलाई आदि में भी दरवृद्धि होने की संभावना है.
बाजार पर होगा असर
लॉकडाउन 4 समाप्त होने के बाद से इंधन के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हुआ. 1 जून को पट्रोल के दाम 77.54 रुपए प्रति लीटर था, जो कि बढ़कर 87.78 रु. प्रति लीटर हो गया है. कोरोना लॉकडाउन में सभी कामकाज ठप होने से आमजनों की आर्थिक कमर टूट चुकी है. पाई पाई बचाकर खर्च का नियोजन करने पर लोग मजबूर है. छोटे उद्योग भी इससे अछूते नहीं रहेंगे. व्यावसायिक ट्रांसपोर्ट महंगा हो गया तो, बाजार पर इसका असर दिखेगा.
और बढ़ेंगे दाम
अनलॉक के बाद से पेट्रोल 10.24 रुपयों की वृद्धि हुई है. आनेवाले दिनों में और अधिक दाम बढ़ने की संभावना है, क्योंकि सरकार लगातार टैक्स बढ़ा रही है. जिससे तेल के दामों की कीमत बढ़ रही है.
-राजेश असोरिया, संचालक, असोरिया पेट्रोल पंप
महंगी होगी माल ढुलाई
सरकार द्वारा टैक्स बढ़ाए जाने से ईंधन के दाम बढ़े है, जिसका असर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर पड़ने वाला है, जिससे माल ढूलाई किराया व अन्य चीजें बढ़ेगी, जिसका परीणाम जीवनावशक वस्तुओं पर भी होगा.-इमरान खान, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
किराया नहीं बढ़ाएगा रापनि
मौजूदा इंधन दरवृद्धि का असर राज्य परिवहन निगम के यात्री किराए पर नहीं पड़ेगा. कोरोना के चलते वैसे ही रापनि घाटे में चल रहा है. उसमें यात्रियों की संख्या भी काफी कम है, जिसके चलते किराया बढ़ाने की संभावना नहीं है.
– श्रीकांत गभणे, विभागीय नियंत्रक, रापनि