Loading

अमरावती. लॉकडाउन खत्म होने पर भी अभी तक रोजगार की स्थिति में सुधार नहीं होने से निर्धन, कामगार, किसान और विद्यार्थियों के लिए और 3 माह तक 5 रुपये में शिवभोजन देने का निर्णय शासन ने लिया है. इसी तरह जिले में राशन कार्ड नहीं रहने वाले 18,000 जरुरतमंदों को पिछले 2 माह में नि:शुल्क सरकारी अनाज का लाभ दिलाया गया. यह जानकारी पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दी. 

22 केंद्रों पर 2,500 थालियां 
कोरोना के प्रादूर्भाव को देखते हुए शासन ने 5 रुपये में भोजन देने का महत्वकांक्षी उपक्रम मार्च में शुरू किया. सहूलियत की यह दरें जून तक लागू थी. जिसे अब सितंबर तक बढ़ा दिया गया है. जिले में 2,500 थालियों का वितरण किया जा रहा है. जिले में शिवभोजन योजना के अंतर्गत 22 केंद्र कार्यरत है. लॉकडाउन में तहसील स्तर पर भी विस्तार किया गया. जिला आपूर्ति अधिकारी अनिल टाकसाले के अनुसार मेलघाट के चुरणी में भी केंद्र शुरू है. सैकड़ों नागरिक इस उपक्रम का लाभ ले रहे हैं. शिवभोजन उपक्रम के लिये 160 करोड़ का प्रावधान किया गया है.  

केसरी कार्ड को भी अगस्त तक राशन
मई व जून माह में एपीएल यानी केसरी राशन कार्ड धारकों को सहूलियत की दरों से 3 किलो गेंहू व 2 किलो चावल प्रति व्यक्ति देने का निर्णय शासन ने लिया है. यह योजना और 2 माह तक चालू रखने का निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार से 21 रुपये किलो के दर से गेंहू व 22 रुपये किलो की दरों से चावल लेकर 12 रुपये प्रति किलो से 2 किलो चावल और 8 रुपये किलो से 3 किलो गेंहू प्रति व्यक्ति को देने का निर्णय शासन ने लिया है. मई व जून में राशन वितरित किया गया.

जनजीवन सामान्य नहीं हो पाने से केसरी कार्ड धारकों को भी सहूलियत की दर से सरकारी राशन उपलब्ध करने की आवश्यकता होने से इस योजना को जुलाई व अगस्त तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. जिले में राशन कार्ड नहीं रहने वाले नागरिकों को दो माह के लिये प्रति व्यक्ति 10 किलो चावल व 2 किलो चना वितरित की जा रही है. अब तक 18,303 लाभार्थियों को इसका लाभ दिया गया है. जिला आपूर्ति अधिकारी अनिल टाकसाले के अनुसार 91,86 किलो चावल व 5,000 किलो चना वितरित किया गया है.