अमरावती. राज्य परिवहन निगम ने आर्थिक संकट से उबरने के लिए तरह तरह की जुगत लगा रही है. माल यातायात के बाद रापनि टायर रिट्रेड का नया बिजेनस शुरू किया है, जिससे ग्राहकों को कम दरों में टायर रिट्रेड कर मिलेंगे. तपोवन की कार्यशाला में रक्षाबंधन से ही यह योजना शुरू की गई है. इस नए आय स्त्रोत से अच्छी खासी आमदनी होने की उम्मीद रापनि को है.
निजी संस्था, शासकीय व निमशासकीय विभागों से संपर्क
महामंडल के हजारों चालक वाहक घर पर बैठे है. ऐसे में वेतन भी नहीं मिलने से वे अलग अलग व्यवसाय करने में जुटे है, जबकि महामंडल अलग व्यवसाय करने में लगा है. एसटी को बचाने के लिए कर्मियों ने अब माल यातायात के साथ ही टायर रिट्रेड शुरू कर दिया. पहले यह व्यवसाय केवल निजी प्रतिष्ठानों में किया जाता था. लेकिन अब महामंडल उससे भी कम दरों में यह कर देगा, जिसके चलते महामंडल ने तकनीकी क्षेत्र से जुड़े 25 से 30 लोगों की टीम बनायी है.
इसके अलावा कुछ कर्मियों को शहर की निजी संस्था व शासकीय व निमशासकीय विभागों में भेजकर इस उपाययोजना की जानकारी देने के एक्शन प्लान पर अमल करना शुरू कर दिया है. ग्राहकों को कम दाम में यह सुविधा उपलब्ध होने से निश्चित ही महामंडल को आर्थिक आधार मिलेगा.
आर्थिक आधार होगा
महामंडल ने रक्षाबंधन से ही इस व्यवसाय को शुरू की है. तपोवन स्थित कार्यशाला में इसका काम किया जा रहा है. एक टीम विभागों से संपर्क कर इसका मैसेज पहुंचा रही है. इस निर्णय से संस्थाओं समेत ग्राहकों को कम दाम में टायर रिट्रेड कर मिलेगा, जिसकी दर सूची भी महामंडल ने तैयार की है.-नितीन जयस्वाल, उपयंत्र अभियंता रापनि
टायर साइज के अनुसार दर
टायर साइज रेट
7.50×20 2,500 रु.
9.00×20 नायलॉन 3,700 रु.
9.00×20 रेडियल 3,800 रु.
10.00x 20 4,000 रु.
295/80 R 22.5 4,500 रु.