दर्यापुर. शहर में इन दिनों सडक किनारे लगने लगे कचरे के ढेर नागरिकों के लिए सिरदर्द बने है. बार बार आंदोलन और निवेदन देने के बाद भी प्रशासन की अनदेखी के चलते महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से 23 सितंबर को दोपहर 11 बजे दर्यापुर नप में ही शहर की गंदगी और कचरा डालने की चेतावनी दी है.
10 दिनों का समय हुआ समाप्त
मनसे ने इसके पूर्व भी कचरा और साफ सफाई को लेकर आंदोलन किया था. जिस पर मुख्याधिकारी ने 20 पार्षदों को कचरा उठाने के लिए तीन-तीन लाख रुपयों की निधी मंजूर करने का पत्र देने की जानकारी दी. साथ ही एक सप्ताह में ही शहर का संपूर्ण कचरा जमा कर नयी टेंडर प्रक्रिया शुरु करने का आश्वासन दिया. आंदोलन की चेतावनी पर जनता को किसी भी प्रकार की कोई शिकायतें नहीं होगी और बिमारियां भी नहीं फैलेगी ऐसा दावा भी प्रशासन ने किया बावजूद इसके समय समाप्त होने के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई प्रशासन की ओर से नहीं की जा रही है. परिणामत: अब नागरिकों में भी कोरोना, डेंगू, सारी को लेकर डर निर्माण हो रहा है.
सडकों पर मवेशियों का जमावडा
सडकों के किनारे जमा हुए कचरे के कारण एक और नयी समस्या निर्माण हो रही है. कचरे में होटल समेत अन्य घरेलू अनाज रहने से आवारा कुत्ते व मवेशियों का जमावडा भी जमने लगा है. ऐसे में बीच सडक पर ही मवेशी खडे हो जाते है. जिससे दुर्घटनाएं भी बढ रही है. बावजूद इसके नगरपरिषद प्रशासन अनदेखी कर रहा है. परिणामत: नागरिकों को न्याय देने के लिए मनसे ने नप में ही कचरा फेंकने की चेतावनी दी है.