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औरंगाबाद. कोरोना संकट में जारी लॉकडाउन में बिजली मीटर की रीडिंग न लेने के कारण महावितरण ग्राहकों को तीन माह का एकत्रित बिल दिया गया. जिससे ग्राहकों के मन में बिजली बिल अधिक होने को लेकर निर्माण हुई गलतफहमियों को दूर करने के लिए महावितरण की ओर से कई उपाय योजनाओं  पर अमलीजामा पहनाकर बड़े पैमाने पर जनजागृति की गई. यहीं कारण है कि मराठवाड़ा के  14 लाख 770 ग्राहकों ने बीते चार माह में महावितरण के तिजोरी में बिजली बिल के रुप में 316 करोड़ 55 लाख रुपए जमा किए.

महावितरण के उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील जाधव ने बताया कि बिजली बिल को लेकर ग्राहकों के मन में निर्माण हुई गलतफहमियां दूर करने के लिए ग्राहकों से प्रत्यक्ष, दूरभाष द्वारा संपर्क कर, ग्राहक सम्मेलन, वेबिनार, विशेष मदद कक्ष, वीडियो क्लीप, जन प्रतिनिधियों से मुलाकात और परिसर के ग्राहकों को जानकारी देने के लिए वॉटसग्रुप की मदद लेकर लोकप्रबोधन किया गया. जनजागृति के  चलते ही मराठवाड़ा के ग्राहकों ने 316 करोड़ 55 लाख रुपए के बिजली बिल अदा करने का दावा उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील जाधव ने किया.

मराठवाड़ा में लिए गए 2196  वेबिनार

ग्राहकों में बिजली बिल अदा करने को लेकर जनजागृति करने के लिए महावितरण द्वारा प्रादेशिक सह व्यवस्थापकीय संचालक सुनील चव्हाण के मार्गदर्शन में 2196 वेबिनार लिए गए.  विशेषकर, लॉकडाउन काल में बिजली बिल की रकम एक साथ भरने पर 2 प्रतिशत सहूलियत दी गई. वहीं, ग्राहकों को तीन से चार चरण में बिजली बिल अदा करने  की मौहलत दी गई. जिसके चलते औरंगाबाद परिमंडल में 5 लाख 39 हजार 440 ग्राहकों ने 125 करोड़, लातूर परिमंडल के 4 लाख 61 हजार 920 ग्राहकों ने 99 करोड़ 65 लाख रुपए अदा किए. वहीं, नांदेड परिमंडल में 3 लाख 99 हजार 510 ग्राहकों ने 91 करोड़ 89 लाख रुपए बिजली बिल अदा किए जाने की जानकारी उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील जाधव ने दी.