94 % औरंगाबादवासियों को खुली सड़कें चाहिए

  • स्ट्रीटस फॉर पीपल चैलेंज से नागरिकों ने व्यक्त की भावनाएं

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औरंगाबाद. स्ट्रीट्स फॉर पीपल चैलेंज के अंतर्गत महानगरपालिका ने नागरिकों से शहर की सड़कों को लेकर अपेक्षाएं जानी. भारी संख्या में शहर के नागरिकों ने हिस्सा लिया. शहर के 94 प्रतिशत नागरिकों को सड़कें खुली, आम आदमी को अगल-बगल बैठने के लिए जगह होने की इच्छा व्यक्त की. वहीं, 93 प्रतिशत नागरिकों को बच्चों के लिए सड़कों पर सुरक्षित जगह चाहिए.

औरंगाबाद महानगर पालिका ने लिया हिस्सा  भारत सरकार के ‘स्मार्ट सिटीजन मिशन’ ने शुरु किए देश स्तरीय स्ट्रीटस फॉर पीपल चैलेंज में औरंगाबाद महानगर पालिका ने हिस्सा लिया है. एक चैलेंज के हिस्से के रुप में मनपा प्रशासक और औरंगाबाद स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लि. के सीईओ आस्तिक कुमार पांडेय के नेतृत्व में शहर के विविध सड़कों को परिवर्तन करने का काम युध्दस्तर पर जारी है. इसमें प्रमुख रुप से सड़कों के दोनों साइड सुशोभिकरण,ग्रीनरी निर्माण करना, पैदल चलनेवालों के लिए अनुकूल फुटपाथ बनाने  के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इस आवाहान का सामने करने के लिए शहरवासियों की आशा, आकांक्षाएं, अपेक्षाएं जानने का प्रयास एक सर्वेक्षण द्वारा किया.

ऑनलाइन सर्वेक्षण हुआ

ऑनलाइन पध्दति से हुए सर्वेक्षण में 286 नागरिकों ने हिस्सा लिया. स्ट्रीट्स फॉर पीपल चैलेंज के प्रमुख एएससीडीसीएल की सहायक प्रकल्प व्यवस्थापक स्नेहा मोहन नायर ने कहा कि इस सर्वेक्षण से यह बात साफ हो चुकी हैं कि  औरंगाबाद के  नागरिक सड़कों को परिवर्तन करने के लिए इच्छुक हैं. पैदल चलनेवालों को यातायात में बाधाएं लाने से रोकने के लिए सड़कें सुरक्षित करने पर बल दिया. सबसे अधिक प्रतिसाद शहर के 19 से 35 वर्ष के युवकों का मिला. 35 से 50 वर्ष के उम्र के नागरिक दूसरे क्रमांक पर थे. सर्वेक्षण में 78 प्रतिशत नागरिकों को अपने घरों से चलने के लिए 5 से 10 मिनिट के अंतर पर पार्क अथवा खुली जमीन चाहिए. सड़कों पर फूटपाथ और पार्किंग के लिए एक पर्याय के चयन में 70 प्रतिशत नागरिकों ने फूटपाथ को चूना. वहीं, 30 प्रतिशत नागरिकों ने सड़कों पर पार्किंग के लिए जगह चाहिए यह अपेक्षा व्यक्त की. दरमियान इस सर्वेक्षण में अभिप्राय दर्ज करने के लिए नागरिकों को एक सप्ताह का और समय दिया गया है. नागरिक औरंगाबाद स्मार्ट सिटी की लिंक पर जाकर अपने अभिप्राय देने की अपील स्नेहा मोहन नायर ने की है.