विवाह समारोह एवं अंतिम संस्कार में अधिक लोगों की उपस्थिति पर रोक लगाए प्रशासन

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  • कांग्रेस की प्रशासन से मांग

औरंगाबाद. शहर में कोरोना के बढ़ते कहर के रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा विवाह समारोह व अंतिम समारोह  में जितने लोगों के उपस्थित रहने  की परमिशन दी जा रही है, उसकी प्रशासन जांच करें. यह मांग कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ.कल्याण काले व शहराध्यक्ष मोहम्मद हिशाम उस्मानी ने लॉकडाउन को लेकर प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपाय योजनाओं पर मंथन करने के लिए आयोजित बैठक में की.

 जिलाधिकारी उदय चौधरी, मनपा आयुक्त आस्तिककुमार पांडेय, शहर के सीपी चिरंजीव प्रसाद के प्रमुख उपस्थिति में जनप्रतिनिधियों की बैठक ली गई. बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. कल्याण काले व शहराध्यक्ष हिशाम उस्मानी को आमंत्रित किया गया था. शहराध्यक्ष हिशाम उस्मानी ने कहा कि प्रशासन द्वारा विवाह समारोह व अंतिम संस्कार के लिए जितने लोगों की परमिशन दी जा रही है, उससे कई अधिक लोग इसमें शामिल हो रहे है. जिससे लोग एक दूसरे के संपर्क में आकर संक्रमित हो रहे है. इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन हर विवाह समारोह व अंतिम संस्कार में शामिल लोगों की संख्या की जांच करें.

किराना व सब्जियां पहुंचाएं घर तक

लॉकडाउन में प्रशासन ने जिस तरह दूध विक्रेताओं को दूध घर तक पहुंचाने की इजाजत दी, उसी तरह किराना व सब्जियां भी घर तक पहुंचाने की परमिशन दे. ताकि, लोग किराना दुकानों पर न जाते हुए उन्हें घर पर ही आसानी से किराना व सब्जियां मिले. कोरोना मरीजों के रिश्तदारों को कोविड केयर सेंटर तक पहुंचने के लिए पुलिस द्वारा पासेस उपलब्ध कराना. लॉकडाउन में मजदूर व रिक्शा चालकों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो चुकी है,  प्रशासन  सरकार से उन्हें तत्काल आर्थिक मदद दिलाने के लिए पहल करें. संजय गांधी निराधार योजना के लाभार्थियों को गत कई माह से मानधन नहीं मिला है, वह मानधन तत्काल जारी करना, स्कूल बंद होने से बच्चों को ऑन लाइन शिक्षा दी जा रही है. उसके लिए जरुरी सामग्री काफी महंगी  है. ऑनलाइन शिक्षा के लिए जरुरी मोबाइल एवं अन्य सामग्री को जीवनावश्यक में शामिल करना आदि मांगे कांग्रेस शहराध्यक्ष मोहम्मद हिशाम उस्मानी ने प्रशासन से की.