BJP MP DR. BHAGWAT KARAD

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    औरंगाबाद. मेहनत और लगन के साथ-साथ किस्मत ने कईयों का भाग्य बदला है।  मराठवाडा (Marathwada) में भाजपा (BJP) के कद्दावर नेता के रुप में अपनी पहचान बनाए डॉ. भागवत कराड (Dr. Bhagwat Karad) को किस्मत ने हमेशा साथ देने से उनका भाग्य बदलता रहा औरंगाबाद (Aurangabad) के दो बार मेयर बनने के अलावा मराठवाडा वैधानिक विकास मंडल के चैयरमैन, राज्यसभा सांसद के बाद अब केंद्रीय मंत्री बनने का अवसर डॉ. भागवत कराड को मिला। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार में मिला, डॉ. कराड को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने के बाद औरंगाबाद को पहली बार केंद्रीय मंत्री पद मिला। डॉ. कराड को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से औरंगाबाद वासियों में खुशी की लहर दौडी है। 

    डॉ. भागवत एक बाल रोग सर्जन है

    उच्चशिक्षित डॉ. भागवत कराड का जन्म लातूर जिले के अहमदपुर तहसील के चिखली में किसान परिवार में हुआ। काफी परेशानियों का सामना करते हुए वे डॉक्टर बने। डॉ. भागवत एक बाल रोग सर्जन ( एमबीबीएस एमएस इन जनरल सर्जरी और एफसीपीएस. एम.सीएच. इन पीडियाट्रिक सर्जरी) है। सर्जन बनकर उन्होंने मराठवाडा के कई मरीजों के  मुफ्त ऑपरेशन किए। उसके बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने पर 1996 में पहली बार वे नगरसेवक बने।  नगरसेवक बनते ही दूसरे ही वर्ष उन्हें औरंगाबाद का डिप्टी मेयर बनने का अवसर मिला। दो साल बाद ही कराड भाजपा की ओर से 1999 में शहर के मेयर बने। मेयर का कार्यकाल पूरा करते ही डॉ. कराड साल 2001 से 2004 तक भाजपा के शहराध्यक्ष रहे।  फिर 2005 में उन्हें दूसरी बार औरंगाबाद का मेयर बनने का अवसर मिला।  जहां डॉ. कराड ढाई साल तक इस पद पर विराजमान थे।  इसी दरमियान उनके भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे से काफी करीबी संबंध बने, इस सबंध का फायदा यह हुआ कि उन्हें पार्टी में कई पद मिलते रहे। डॉ. कराड 2015 से 2020 तक भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।  वहीं, साल 2018 से 2020 तक वे मराठवाडा वैधानिक विकास महामंडल के चैयरमैन पद पर विराजमान थे।  इस पद से हटने के कुछ माह बाद ही उन्हें गत वर्ष भाजपा की ओर से वंजारी समाज के पहले राज्य सभा सांसद के रुप में मनोनित किया गया। राज्यसभा सांसद बनने के चंद माह बाद ही केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया है। डॉ.कराड वॉकहार्ट फाउंडेशन, औरंगाबाद एयरपोर्ट अथॉरिटी के सलाहकार बोर्ड, सरकारी घाटी अस्पताल में सलाहकार के रुप में भी काम कर चुके है।   

    डॉ. कराड को मंत्री बनाकर भाजपा ने साधे दो निशाने 

    डॉ. कराड ओबीसी समाज से है, मराठवाडा में ओबीसी समाज बड़ी संख्या में है।  मराठवाडा के साथ-साथ पूरे महाराष्ट्र के ओबीसी समाज में  भाजपा का दबदबा बनाए रखने के लिए डॉ. भागवत कराड को पिछले वर्ष सांसद मनोनित करने  के चंद माह बाद ही केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल किया गया। डॉ. कराड को मंत्री बनाकर भाजपा ने दो निशान साधे है। एक तरफ ओबीसी समाज में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के साथ ही शिवसेना का सालों से गढ़ रहे मराठवाड़ा में भाजपा को और अधिक ताकत देने के लिए डॉ. कराड को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।  

    शिवसेना को लगा तगडा झटका 

    शिवसेना के वरिष्ठ नेता चन्द्रकांत खैरे चार बार जिले के सांसद रहे।  शिवसेना  में पकड़ काफी मजबूत बनाए चन्द्रकांत खैरे ने इससे पूर्व बनी वाजपेयी सरकार और उसके बाद 7 वर्ष पूर्व केंद्र में सत्तासीन हुई मोदी सरकार में केंद्रीय  मंत्री बनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया था। लेकिन, खैरे के हाथ सफलता नहीं लगी। परंतु, पिछले वर्ष ही राज्यसभा सांसद मनोनित होने के चंद माह बाद ही डॉ. भागवत कराड को केंद्रीय मंत्री बनाया गया। बीते 30 सालों से अधिक समय से डॉ. कराड औरंगाबाद के निवासी है। शहर में शिवसेना का दबदबा है। शिवसेना के गढ़ में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने डॉ. कराड को मंत्रिमंडल में शामिल कर औरंगाबाद को पहली बार केंद्रीय मंत्री पद दिया। यह सब चाल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस होने की जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी है।