Entry to students with permission of parents
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औरंगाबाद. राज्य सरकार ने 23 नवंबर से माध्यमिक स्कूल शुरु करने के आदेश दिए है. इस आदेश से पूर्व ही शहर में अचानक कोरोना संक्रमितों  की संख्या में  इजाफा हुआ है. संक्रमितों की संख्या बढऩे से मनपा प्रशासन चिंतित है. ऐसे में सरकार ने माध्यमिक स्कूल शुरु करने के दिए आदेश पर अमलीजामा पहनाया जाए या नहीं इस पर निर्णय शनिवार को लिया जाएगा.

मनपा प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने बताया कि सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने स्कूल खोलने की  तैयारियां पूरी कर ली है, लेकिन कोरोना संक्रमण  के फैलाव का अंदाजा लेकर स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लिया जाएगा.

शहर में माध्यमिक के 361 स्कूल

शहर में माध्यमिक के 361 स्कूल है. इसमें कक्षा 9वीं से 12वीं के करीब 78 हजार छात्र पढाई के लिए घरों से बाहर निकलेंगे. उनके अलावा  साढ़े तीन हजार से अधिक शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी स्कूलों में आएंगे. तथापि औरंगाबाद महानगर पालिका ने स्कूल शुरु करने से पूर्व कोरोना प्रतिबंध के लिए जरुरी सभी उपाय योजनाएं निजी स्कूल से कराकर लेने के लिए कमर कसी है. गत दो दिन में केन्द्रीय मुख्याध्यापक उसके बाद केन्द्र निहाय मुख्याध्यापकों की बैठके लेकर निजी स्कूलों को कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं पर अमलीजामा पहनाकर नियमों का सख्ती से पालन करने की सूचनाएं दी गई. 

कोरोना टेस्टिंग का सिलसिला भी जारी

उधर, शिक्षकों की कोरोना टेस्टिंग का सिलसिला भी जारी है. बीते दो दिन में 1 हजार से अधिक शिक्षकों की कोरोना टेस्टिंग हो चुकी है. इसी दरमियान गत 2 दिन में अचानक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे से चिंतित मनपा प्रशासन स्कूल शुरु करे या ना करें, इसको लेकर दुविधा में है.ऐसे में प्रशासन  स्कूल खोलने का निर्णय कल लेगा. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 23 नवंबर से राज्य में माध्यमिक स्कूल खोलने के आदेश जारी किए है. इस आदेश में स्थानीय प्रशासन पर स्कूल खोलने के बारे में जिम्मेदारी शिक्षा विभाग ने सौंपी है. उधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में दूबारा कोरोना महामारी का फैलाव घातक होने की चेतावनी दी है. इन सारी स्थिति को भांपकर मनपा प्रशासन शनिवार को स्कूल खोलने के बारे में निर्णय लेगा.