Aurangabad Municipal Corporation keeps a close watch on 33 people from Britain

  • ठेकेदारों ने माना मनपा आयुक्त पांडेय व मुख्य लेखाधिकारी पवार का आभार

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औरंगाबाद. बीते दो साल से मनपा में विकास कार्य करने वाले ठेकेदार अपनी बिलों की बकाया रकम पाने के लिए ठोकरें खा रहे थे. ऐसे में उनके दर्द को जानकर मनपा आयुक्त आस्तिक कुमार पांडेय ने मनपा की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद ठेकेदारों को त्यौहारों के मौसम से पूर्व 50 करोड़ के बिल अदा किए. इस पर ठेकेदारों ने खुशी जाहिर करते हुए मनपा आयुक्त का आभार माना और उनका सत्कार किया.

पिछले कुछ सालों से मनपा की आर्थिक स्थिति दिन ब दिन कमजोर हो रही है. करों की बकाया राशि 500 करोड़ से अधिक  होने से मनपा प्रशासन बीते दो सालों से ठेकेदारों को उनकी रकम अदा नहीं कर पा रहा था. इससे नाराज होकर ठेकेदारों ने कई बार तत्कालीन आयुक्त, तत्कालीन महापौर का घेराव डालकर उनके बिलों की रकम अदा करने के लिए दबाव बनाया. इधर, मनपा की तिजोरी खाली होने से प्रशासन ठेकेदारों के बिल अदा नहीं कर पा रहा था. बिल अदा न होने से  ठेकेदार भी शहर में विकास कार्य करने से  कन्नी काट रहे थे.

बीते 7 माह से कोरोना महामारी के चलते वसूली को ब्रेक लगा हुआ है. इसके बावजूद त्यौहारों के मौसम में मनपा आयुक्त आस्तिक कुमार पांडेय ने मनपा ठेकेदारों को बड़े पैमाने पर राहत देते हुए बीते एक सप्ताह में 50 करोड़ के बिल अदा किए. इसमें मुख्य भूमिका मनपा के नवनियुक्त मुख्य लेखाधिकारी संजय पवार की भी रही. दो  सालों बाद ठेकेदारों को उनकी बीलों की रकम मिलने से वे बहुत प्रसन्न हुए. बुधवार की शाम ठेकेदारों ने मनपा पहुंचकर मनपा आयुक्त आस्तिक कुमार पांडेय व मुख्य  लेखाधिकारी संजय पवार का सत्कार किया.

सत्कार के बाद ठेकेदार रफिक पालोदकर ने कहा कि हमें दो सालों से बिलों की रकम न मिलने से हम परेशान थे. लेकिन, मनपा आयुक्त ने हमें त्यौहारों से पूर्व बिलों की रकम देने का जो वादा किया था, वह पूरा किया. इससे प्रसन्न होकर हमने मनपा आयुक्त का सत्कार किया. पालोदकर ने कहा कि लॉकडाउन काल में मुख्य लेखाधिकारी संजय पवार ने हमारे छोटे बिल की रकम अदा की. जिसके चलते हम अपना घर चला पाए. 

बिलों की रकम पाने बेचैन ना हो ठेकेदार : आयुक्त पांडेय की अपील 

मनपा आयुक्त पांडेय ने बताया कि बीते वर्ष दिसंबर माह में मैंने औरंगाबाद मनपा का पदभार संभाल था. तब ठेकेदारों के 286 करोड़ की रकम अदा करनी थी. बल्कि, तिजोरी में सिर्फ 10 लाख रुपए जमा थे. मैंने गत 10 माह में प्रयास कर ठेकेदारों को जल्द ही 50 करोड़ के बिल अदा करने का वादा किया था. प्रथम चरण  में 50 करोड़ के बिल ठेकेदार को अदा किए गए. उन्होंने अन्य ठेकेदारों को आश्वस्त किया कि उन्हें जल्द ही दूसरे चरण में बकाय  राशि अदा की  जाएगी. उन्होंने ठेकेदारों से अपील की कि वे  बिलों की बकाया रकम पाने के  बेचैन ना हो. सब ठेकेदारों के बिल की रकम अदा की जाएगी.