Black marketing of Ramdesvir injection stolen from hospital, three arrested

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    औरंगाबाद. शहर में इन दिनों कोरोना (Corona) कहर बरपा रहा है। ऐसे में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की जान बचाने के लिए जरुरी रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी (Black Marketing) जारी है। इसी कालाबाजारी के बीच शहर के पुंडलीकनगर पुलिस (Pundaliknagar Police) ने सरकारी घाटी अस्पताल से चुराए हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन बिना प्रिस्क्रिप्शन के अधिक दाम में बेचनेवाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपियों में एक आरोपी घाटी अस्पताल का चर्तुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के अलावा दो मेडिकल चालक भी शामिल है।

    पुंडलीकनगर थाना के प्रभारी पीआई घनशाम सोनवने ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ मेडिकल चालक  डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए एक इंजेक्शन 15 हजार रुपए में बेच रहे है। इसी जानकारी पर पुलिस ने आरोपियों पर नजर रखकर एक फर्जी ग्राहक भेजा। इधर, फर्जी ग्राहक ने मेडिकल पर पहुंचकर 15 हजार रुपए में रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदते ही पहले से ही जाल बिछाए बैठे पुलिस ने मेडिकल चालक मंदार अनंत  भालेराव और अभिजीत तौर के अलावा उन्हें इंजेक्शन सप्लाइ करनेवाले सरकारी घाटी अस्पताल के चुर्तर्थ श्रेणी का कर्मचारी अनिल बोहते को  गिरफ्तार किया। 

    इंजेक्शन की कालाबाजारी जारी 

    पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह साफ हो चुका है कि शहर में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी जारी  है। पुलिस ने उन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। यह कार्रवाई शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता, डीसीपी दीपक गिरे के मार्गदर्शन में पुंडलीकनगर थाना के प्रभारी पीआई घनशाम सोनवने, खाद्य व औषधि  प्रशासन विभाग के राजगोपाल बजाज, पीएसआई रावसाहाब मे, पीएसआई विकास खटके, रमेश सांगलु, बालाराम चौरे, शिवाजी गायकवाड, विलास डोईफोडे, दीपक जाधव, राजेश यदमल, अजय कांबले, प्रविण मुले ने पूरी की।