औरंगाबाद. वरिष्ठ महाविद्यालय में क्लॉक बेसिक (Clock basic) पर काम करनेवाले नॉन क्वालिफाइड प्राध्यापकों को गत दो साल से मानधन नहीं मिला है। ऐसे प्राध्यापकों को उनके हक का रूका मानधन तत्काल अदा करने की मांग मराठवाडा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक सतीश चव्हाण (MLA Satish Chavan) ने राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत (Uday Samanta) से की।
राज्य के वरिष्ठ महाविद्यालय के प्राध्यापकों के विविध प्रलंबित समस्याओं को लेकर उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत की अध्यक्षता में ऑनलाइन बैठक की गई थी। इस समय चव्हाण ने कहा कि प्राध्यापकों के रिक्त स्थान भरने को लेकर सरकार की इजाजत नहीं है, इसलिए कई महाविद्यालयों में क्लॉक बेसिक पर प्राध्यापक छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। परंतु, ग्रामीण परिसर में क्वालिफाइड प्राध्यापक न मिलने के कारण नॉन क्वॉलिफाइड प्राध्यापकों को अवसर देने की मांग भी विधायक चव्हाण ने बैठक में की। क्लॉक बेसिक पर काम करनेवाले प्राध्यापकों के मानधन में बढ़ोत्तरी करना, हर साल क्लॉक बेसिक पर काम करनेवाले प्राध्यापकों को अप्रुवल लेना पड़ता है।
कॉलेजों के चक्कर काटने पड़ते हैं
उसके लिए उक्त प्राध्यापकों को विश्वविद्यालयों के कई बार चक्कर कांटने पड़ते है। ऐसे में ऐसे प्राध्यापकों को एक बार मान्यता मिलने पर हर साल अप्रुवल लेने की जरुरत न रखने की मांग विधायक सतीश चव्हाण ने की। एम. फिल डिग्री प्राप्त ए अध्यापकों को दिया हुआ अनुशंगिक लाभ निकालने के संदर्भ में उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से 27 जनवरी 2021 व 5 मार्च 2021 के पत्र द्वारा निर्देश दिए गए है। परंतु, न्यायालय में मामला होने के कारण इस तरह का पत्र निकालना उचित न होने का मत चव्हाण ने व्यक्त किया।