commissioner was angry after seeing light cement blocks

    Loading

    औरंगाबाद. राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए 152 करोड़ की निधि से शहर के एमजीएम अस्पताल से चिश्चिया चौक तक के सड़क का निर्माण कार्य जारी है। सड़क के बीच बनाए जाने वाले डिवाइडर के लिए ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल किए जानेवाले सीमेंट ब्लॉक्स  हल्के दर्ज के देखकर मनपा कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय नाराज हो गए। उन्होंने उन हल्के दर्ज के सीमेंट ब्लॉक्स को जप्त कर उसका पंचनामा कर उसे एमआईडीसी को सौंपा है।

    मनपा कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय सिडको परिसर में स्थित प्रियदर्शिनी उद्यान में वृक्षारोपण के लिए पहुंचे थे। पौधारोपण करने के बाद कमिश्नर एमजीएम अस्पताल के सामने वाली सड़क से गुजर रहे थे। इन दिनों इस सड़क को बनाने का काम एमआईडीसी द्वारा जारी है। एमआईडीसी ने इस सड़क को बनाने का काम जलगांव के लक्ष्मी कन्सट्रक्शन को दिया हुआ है। इस एजेंसी द्वारा डिवाइडर के निर्माण का कार्य जारी है। डिवाइडर के लिए उक्त एजेंसी द्वारा मंगाए गए सीमेंट ब्लॉक्स टेम्पों से उतारे जा रहे थे। कमिश्नर ने अपने वाहन रोककर उन सीमेंट ब्लॉक्स की जांच की। तब उन्हें यह सीमेंट ब्लॉक्स काफी हल्के दर्जे के नजर आने पर वे काफी गुस्सा हो गए। उन्होंने तत्काल उन सीमेंट ब्लॉक्स के क्वालिटी की जांच की। ब्लॉक्स नीचे फेंकने पर उसका हिस्सा टूटकर उसमें क्रैक आ गया। इस पर कमिश्नर ने नाराजगी जताते हुए उसी स्थान पर शहर अभियंता सखाराम पानझडे को पंचनामा करने के आदेश दिया। पानझडे ने पंचनामा कर उसकी रिपोर्ट तत्काल एमआईडीसी को सौंपी। साथ ही हल्के दर्ज के सभी सीमेंट ब्लॉक्स भी वापस एमआईडीसी को भेजे गए। कमिश्नर ने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि मनपा के किसी भी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो भी ठेकेदार लापरवाही करेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

    … तो हम उसे ब्लैक लिस्टेड भी करेंगे

    उधर, एमआईडीसी के कार्यकारी अभियंता भूषण हर्षे ने माना कि डिवाइडर के निर्माण कार्य में हल्के दर्ज के सीमेंट ब्लॉक्स लाए गए थे। एमजीएम अस्पताल से चिश्चिया चौक के सडक का काम  जलगांव के लक्ष्मी कन्स्ट्रक्शन्स एजेंसी ने लिया है। अब तक इस एजेंसी ने बेहतर कार्य किए है। वैसे, एमआईडीसी ठेकेदार द्वारा कोई भी मटेरियल इस्तेमाल करने से पहले उसकी जांच करता है। कमिश्नर जब उस सड़क पर पहुंचे थे, तब सीमेंट ब्लॉक्स उतर रहे थे। एमआईडीसी भी इन सीमेंट ब्लॉक्स को इस्तेमाल करने से पहले उनकी जांच करता। अगर हमें यह सीमेंट ब्लॉक्स हल्के दर्ज के पाए जाते तो हम उन्हें रिजेक्ट कर देते हैं। हमने एजेंसी के मालिक को सख्त ताकिद देते हुए कहा कि वे इस तरह के घटिया सामानों का इस्तेमाल ना करें। हर्षे ने कहा कि एमआईडीसी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसके बाद अगर एजेंसी हल्के दर्ज का मटेरियल इस्तेमाल करती पायी गयी तो हम उसे ब्लैक लिस्टेड भी करेंगे।