MP IMTIYAZ JALIL

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    औरंगाबाद. कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रशासन द्वारा फिर से लॉकडाउन लगाने का औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील (MP Imtiaz Jalil) ने विरोध कर स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए सरकारी अस्पतालों में रिक्त डॉक्टर और अन्य पदों को तत्काल भर्ती की मांग को लेकर 31 मार्च को मोर्चा निकालने की धमकी दी थी। इस धमकी को राज्य सरकार ने गंभीरता से लेकर राज्य भर के सरकारी अस्पतालों में रिक्त पदों (Vacant Posts) पर भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित किया है। 

    गौरतलब है कि औरंगाबाद में कोरोना के बढ़ते कहर पर जिला प्रशासन ने 31 मार्च से 9 अप्रैल तक सख्त लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया था। इस निर्णय का औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील ने विरोध करते हुए प्रशासन को चेताया था कि वे लॉकडाउन लगाने के बजाए औरंगाबाद के सरकारी घाटी अस्पताल, जिला सरकारी अस्पताल और कैन्सर अस्पताल में रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करें। इन पदों की भर्ती होने पर लोगों को  स्वास्थ्य सेवाएं मिलने में आसानी होगी।

    उन्होंने प्रशासन को चेताया था कि शहर में लॉकडाउन लगाने तथा धारा 144 लागू होने के बावजूद  31 मार्च को भव्य मोर्चा निकाला जाएगा। सांसद जलील के अपील पर मोर्च में लाखों लोगों के आने की आशंका सीआईडी ने अपने रिपोर्ट में जतायी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने जलील को मोर्चा न निकालने के लिए विनंती की। इस विनंती को ठुकराकर सांसद जलील ने मोर्चा निकालने की ठानी थी। 30 मार्च की रात जिले के पालकमंत्री सुभाष देसाई ने सांसद जलील ने दूरभाष पर चर्चा कर आश्वासन दिया था कि वे स्वास्थ्य सेवाओं में रिक्त वैद्यकीय अधिकारियों के पदों को भर्ती के लिए तत्काल कदम उठाएंगे। उस आश्वासन के पांच दिन बाद ही राज्य सरकार ने राज्य भर के सरकारी अस्पताल में वैद्यकीय अधिकारियों के रिक्त 899 पदों को भरने विज्ञापन प्रकाशित किया है। इस विज्ञापन के बाद शहर के घाटी, जिला व कैंसर अस्पताल में रिक्त डॉक्टरों के पद जल्द भरे जाएंगे। इसका सारा श्रेय सांसद जलील को जाएगा।