फडणवीस ने किया मराठवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा

  • अतिवृष्टि से फसलों के हुए नुकसान का लिया जायजा
  • ठाकरे सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप

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औरंगाबाद. मराठवाड़ा में अतिवृष्टि के चलते फसलें पूरी तरह बर्बाद हुई हैं. किसानों की दुर्दशा देखकर आंखों में पानी आ रहा है, ऐसे में राज्य सरकार को किसानों को तत्काल मदद करने की जरूरत है. लेकिन, राज्य सरकार मदद करने में  अनेदखी कर रही है, यह आरोप राज्य के विरोधी पक्ष नेता देवेन्द्र फडणवीस ने लगाया है. 

बुधवार को फडणवीस ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर किसानों से संवाद साधा. तब किसानों ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान से फडणवीस को अवगत कराया. देर शाम औरंगाबाद पहुंचे फडणवीस ने प्रेस वार्ता में किसानों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए कहा कि राज्य के मुखिया उध्दव ठाकरे किसानों को मदद करने का आए दिन आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन मदद कब मिलेंगी, इस पर विरोधी पक्ष नेता ने कई सवाल उपस्थित किए. 

बैकों की सख्ती की वसूली से किसानों में आक्रोश 

विरोधी पक्ष नेता ने कहा कि एक तरफ फसलों की बरबादी से किसानों की नींद हराम है. वहीं दूसरी तरफ बैकों द्वारा किसानों पर कर्ज वसूली के लिए डाले जा रहे दबाव पर नाराजगी जताते हुए सरकार से मांग की कि वे  बैकों की मनमानी पर तत्काल ब्रेक लगाएं. उन्होंने बताया कि बैकों द्वारा किसानों पर दबाव डालकर कर्ज की रकम वसूली जा रही है, जिससे किसानों में आक्रोश है. जून माह से किसान बुआई कर रहा है, लेकिन उसके हाथ आज तक कुछ नहीं लगा है. अतिवृष्टि से फसलों के हुए नुकसान से किसान पूरी तरह टूट चुका है. ऐसे में उसे सरकार से मदद की आस थी, परंतु ठाकरे सरकार ने आज तक किसानों को किसी प्रकार की मदद नहीं की. सरकार ने अधिक समय बरबाद न करते हुए तत्काल किसानों को मदद पहुंचाने की  मांग फडणवीस ने यहां की. 

हमने किसानों को तत्काल मदद पहुंचायी थी

राज्य के पूर्व सीएम ने राज्य की तत्कालीन युति सरकार के कार्यकाल में किसानों को तत्काल मदद पहुंचाने का दावा करते हुए कहा कि आज किसानों को मदद की सख्त दरकार  है. राज्य के मुखिया उध्दव  ठाकरे ने किसानों को  मदद का जो आश्वासन दिया था, उस पर तत्काल निर्णय लेकर वे किसानों की मदद करें. सरकार किसानों को मदद करने में टालमटोल की नीति अपना रही है. बल्कि, किसानों की मदद को लेकर भी राजनीति जारी है. सरकार राजनीति ना करें, क्योंकि यह मुददा संवेदनशील है. किसानों की मदद के लिए हम भी सरकार के साथ है. 

किसानों की मदद के लिए तत्काल कर्ज निकाले सरकार 

विरोधी पक्ष नेता ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य की जीएसडीपी काफी बेहतर है. ऐसे में आरबीआई राज्य सरकार को 1 लाख 20 हजार करेाड़ का कर्ज देने तैयार है. सरकार ने किसानों को मदद करने के लिए तत्काल 10-20 हजार करोड़ कर्ज निकालकर उनकी मदद करें. केन्द्र सरकार जब जीएसटी की रकम अदा करेंगा, तब कर्ज की  यह रकम लौटा दे. किसानों के हुए नुकसान को लेकर राज्य सरकार 65 से 70 प्रतिशत फसलों का सर्वे  होने का दावा कर रही है.

असलियत में सिर्फ 35 से 40 प्रतिशत सर्वे हुआ है. उन्होंने रबी फसल के लिए किसानों को तत्काल बीज व खाद उपलब्ध कराने की मांग करते हुए उस्मानाबाद में रबी की फसलों के लिए किसानों से आवेदन मंगाने पर भी कड़ी नाराजगी जतायी. उन्होंने बताया कि पहली बार प्रशासन किसानों से आवेदन मंगाकर रबी के फसलों के बीज वितरित करने के लिए ड्रा पध्दति अपना रहा है. इस  कार्य प्रणाली पर भी  फडणवीस ने कई सवाल उपस्थित किए.