MP Bhagwat Karad
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  • सांसद डॉ. कराड की स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से पहल

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औरंगाबाद. कोरोना महामारी के चलते सारा विश्व स्तब्ध हुआ है. इसके बावजूद सिर्फ किसान खेत में दिन-रात बुआई और फसलों के उत्पादन के काम में जुटे हुए हैं, लेकिन पैसा न होने के कारण खरीफ मौसम के लिए बुआई कैसे करें, यह प्रश्न किसानों को सता रहा था. इसका एहसास  भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. भागवत कराड को होने पर उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से औरंगाबाद जिले के करीब 10 हजार किसानों को मक्का, कपास तथा बाजरा जैसी फसलों के बीज मुफ्त वितरित किए.

प्रति मरीज डेढ़ लाख  का प्रावधान किया जाए

सांसद डॉ. कराड ने बताया कि मार्च माह से कोरोना महामारी का संक्रमण रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था. अचानक आए इस संकट के चलते असंख्य स्थलांतरित मजदूरों का काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इन कामगार, मजदूरों की व्यथा को जानकर उन्हें उनके मूल गांव भेजने की व्यवस्था की. इसके साथ ही महामारी के दरमियान जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था सक्षम रुप से काम करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन देने के साथ ही घाटी अस्पताल प्रशासन, इंडिय़न मेडिकल एसोसिएशन, डेंटल एसोसिएशन के माध्यम से कोरोना की लड़ाई लड़ने की व्यूह रचना की गई. डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों को मास्क, आर्सेनिक गोलियों का वितरण किया. कई कोरोना जांच केन्द्रों का दौरा किया. साथ ही लॉकडाउन काल में सब कुछ बंद होने से गरीब लोगों पर भूखे सोने की नौबत आ रही थी. ऐसे लोगों के लिए अनाज की किट मुफ्त वितरित किए. इसके अलावा कोरोना मरीजों पर इलाज करने के लिए सरकार की ओर से महात्मा ज्योतिबा फुले जीवनदायी स्वास्थ्य योजना से प्रति मरीज 65 हजार रुपए देने की घोषणा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की थी. यह प्रावधान कम होने के कारण सीएम ठाकरे को अधिकृत रुप से पत्र लिखकर यह प्रावधान डेढ़ लाख करने की मांग की. कोरोना महामारी का खामियाजा समाज के हर घटक को भुगतना पड़ा है. ऐसे में किसान, वंचित, उपेक्षित घटकों को हर तरह की मदद करने का प्रयास किए जाने की जानकारी भाजपा सांसद डॉ. भागवत कराड ने दी.